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Health Tips: कैसा होना चाहिए हमारा खान-पान, जानिए शरीर को हेल्दी रखने वाला डाइट चार्ट 

 

Healh Tips:  भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के एक हालिया अध्ययन में बताया गया है कि भारतीय यदि कोविड से बेहतर मुकाबला करने में सक्षम हो सके, तो इसका सीधा संबंध हमारे पारंपरिक समृद्ध खानपान से है। जैसे भारतीय भोजन में हल्दी का प्रयोग होने के कारण यहां लोगों की अनुसार, यदि नियमित खानपान के दौरान कुछ नियमों का ध्यान रखा जाए तो स्वास्थ्य संबंधी अनेक समस्याओं से बचा जा सकता है।

उपयोगी हैं ये नियम

  • शरीर के तीन मुख्य तत्व या प्रकृति होती है- वात, पित्त और कफ । जब इन तत्वों का संतुलन बिगड़ जाता है, तो बीमारी आती है। इससे बचने के लिए ऐसा खाएं, जो जल्दी पचे और पोषण भी भरपूर मिले।
  •  जैसे चावल-दाल का मिश्रण इसलिए बेहतर माना गया है, क्योंकि यह कार्ब और प्रोटीन का संयोग है।
  •  समें नमक भी है। थोड़ा नींबू निचोड़ लें तो यह और संतुलित हो जाता है।

भोजन में शामिल होने चाहिए छह रस

  • ये हैं  मधुर (मीठा), लवण (नमकीन), अम्ल (खट्टा), कटु (कड़वा), तिक्त (तीखा) और कषाय (कसैला) । • अपनी प्रकृति को देखकर भोजन ग्रहण करें।
  • यदि वात प्रधान हैं तो खाने में मीठा व फल अधिक शामिल करें। पित्त ज्यादा बनता है तो आपको तीखा खाने से परहेज करना चाहिए।
  • कफ है तो ऐसे भोजन से बचें, जैसे रात में दही के सेवन से ।
  • भोजन कैसे तैयार कर रहे हैं, इस पर भी निर्भर है सेहत |
  • गेहूं का प्रयोग रोटी में भी होता है और पूरी व पिज्जा में भी।
  • आप किसे चुनते हैं ? यह ध्यान रहे ।समय पर खाएं।
  • सर्दी में अधिक भूख लगती है तो डाइट उसी अनुसार लें।
  • गर्मी में कम भूख लगती तो कम खाएं।
  •  भूख लगने पर ही भोजन करें।
  •  खाने में तीन घंटे का अंतर रखे।
  • हालांकि शरीर की स्वाभाविक जरूरत को अनदेखा ना करें।
  • छह घंटे से अधिक भूखे ना रहें।
  •  भोजन करने का स्थान शांत व खुशनुमा रहे ।
  •  तब पाचन संबंधी समस्याएं परेशान नहीं करेगी।

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