इन सेफ्टी फीचर्सों के बिना गाड़ी चलाना हो सकता है खतरनाक, जानिए आपकी गाड़ी कितनी सेफ है

 
इन सेफ्टी फीचर्सों के बिना गाड़ी चलाना हो सकता है खतरनाक, जानिए आपकी गाड़ी कितनी सेफ है

नई कार लेने के समय लोग डिजाइन से माइलेज तक सब कुछ बारीकी से चेक करते हैं मगर सुरक्षा की बात कोई ज्यादा सीरियसली नहीं लेता। हालांकि आजकल कार निर्माता कंपनियां भी कई नए मॉडल में आधुनिक फीचर अपग्रेड कर रही है। सभी कंपनियां अपनी कार में बेहतरीन सुविधाओं का वादा करती हैं, मगर आपको नई कार खरीदते समय कम से कम इन 6 सेफ्टी फीचर्सों के बारे में जरूर जानना चाहिए जिसके बिना आपकी महंगी गाड़ी भी बेकार साबित हो सकती है।

इन सेफ्टी फीचर्सों के बिना गाड़ी चलाना हो सकता है खतरनाक, जानिए आपकी गाड़ी कितनी सेफ है

Keyless Entry

मॉडर्न कारों की सबसे नॉर्मल फीचर में से एक है कीलेस एंट्री। कार मालिक रिमोट की मदद से कार का दरवाज़ा लॉक या अनलॉक कर सकता है।

ABS (एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम)

ABS व्हील लॉक-अप को रोकने में हेल्प करता है और यह इमरजेंसी स्टॉप के समय ब्रेक के दबाव को ऑटोमैटिक रूप से कंट्रोल करता है। इसकी वजह से ड्राइवर बड़ी आसानी से स्टीयरिंग को कंट्रोल करके कार को तुरंत रोक सकता है। खासकर फिसलन वाली सतहों पर ड्राइविंग करते समय एंटी-लॉक ब्रेक सिस्टम बहुत काम आता है। यह कई बार गाड़ियों को गम्भीर दुर्घटना से भी बचाता है।

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Car Sensors

इन सेफ्टी फीचर्सों के बिना गाड़ी चलाना हो सकता है खतरनाक, जानिए आपकी गाड़ी कितनी सेफ है

पार्किंग सेंसर कार की पार्किंग के समय आने वाली बाधाओं से ड्राइवर को अलर्ट करते हैं। बहुत सारे कार ब्रांड इस सुविधा के लिए अलग अलग नामों का उपयोग करते हैं, जैसे कि, इलेक्ट्रिक पावर स्टीयरिंग, मार्केट पार्क डिस्टेंस कंट्रोल, पार्कट्रोनिक और पार्क असिस्ट कंट्रोल। इसमे गाड़ी को Reverse gear में डालते ही गाड़ी के तमाम सेन्सर एक्टिवेट हो जाते हैं और ड्राइवर का काम आसान कर देते हैं।

Adaptive Headlamps

ये हेडलाइट रात में सड़क का बेहतर देखने और दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करती हैं। ये स्टीयरिंग स्पीड, कार की ऊंचाई और सड़क की हालत के अनुसार काम करतीं हैं।

Airbags

इन सेफ्टी फीचर्सों के बिना गाड़ी चलाना हो सकता है खतरनाक, जानिए आपकी गाड़ी कितनी सेफ है

कारों में एयरबैग्स किसी एक्सीडेंट की स्थिती में ड्राईवर और पैसेंजर की जान बचाने का काम करते हैं। गाड़ी की टक्कर लगते ही Airbags गुब्बारे की तरह खुल जाते हैं और जिससे कार में बैठे लोग कार के डैशबोर्ड या स्टेयरिंग से नहीं टकराते और उनकी जान बाच सकती है। एयरबैग्स को खुलने के लिए एक सेकंड से भी कम समय लगता है और इसके खुलने की रफ़्तार करीब 300 km/h होती है। Airbag तभी कारगर साबित होता है जब आपने सीट बेल्ट पहनी हो।

Pressure Warning System

कार चलाते समय जब टायर में हवा का दवाब कम हो जाता है तो कार के अंदर लगा ये वार्निंग सिस्टम आपको नोटिफिकेशन देता है जिससे किसी बड़े हादसे का शिकार होने से बचा जा सकता है।

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