Budget 2023-24: हर साल 1 फरवरी को ही क्यों जारी होता है बजट? जानिए इसके पीछे का कारण

 
Budget 2023-24: हर साल 1 फरवरी को ही क्यों जारी होता है बजट? जानिए इसके पीछे का कारण

Budget 2023-24: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) एक फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी फुल बजट होगा। साल 2024 में देश में आम चुनाव होने हैं। इसलिए माना जा रहा है कि अपने आखिरी फुल बजट में मोदी सरकार जनता को राहत दे सकती है।

बता दें कि 5 साल पहले तक बजट फरवरी की आखिरी तारीख को पेश किया जाता था। लेकिन 5 साल पहले मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान इस परंपरा में बदलाव हुआ।तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने पहली बार 1 फरवरी 2017 को देश का आम बजट पेश किया था।

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इसलिए बदली गई बजट पेश करने की तारीख

केन्द्रीय बजट को फरवरी के आखिरी दिन के बजाय पहले दिन पेश किए जाने की परंपरा की शुरुआत साल 2017 में हुई। बता दें कि देश में वित्त वर्ष का साइकिल अप्रैल से मार्च है। बजट फरवरी की आखिरी तारीख को पेश होने से बजट प्रस्तावों को अमल में लाने से जुड़ी प्रक्रियाएं, नया वित्त वर्ष शुरू होने से पहले पूरी नहीं हो पाती थीं। इससे नए वित्त वर्ष के लिए नीतियां बनाने और बजट प्रस्तावों को लागू करने में देरी होती थी।

Budget 2023-24:

Budget 2023-24: हर साल 1 फरवरी को ही क्यों जारी होता है बजट? जानिए इसके पीछे का कारण

बजट प्रस्तावों से जुड़ी प्रक्रियाएं नया वित्त वर्ष शुरू होने से पहले वक्त रहते पूरी हो सकें, इसके लिए बजट पेश करने की तारीख बदली गई।बजट पेश करने की तारीख में बदलाव होने के चलते आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने की तारीख भी बदलकर 31 जनवरी की गई।

रेल बजट को भी किया गया आम बजट के साथ पेश

2017 के बजट में पहली बार रेल बजट भी आम बजट के साथ ही पेश हुआ था। तत्कालिन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया था कि रेल बजट को अलग से पेश भले नहीं किया जाए लेकिन इसका अलग रुतबा बरकरार रहेगा। वहीं ये अलग संस्था के तौर पर काम करेगी। इसमें कामकाज को लेकर पहले जैसी ही स्वतंत्रता बनी रहेगी।

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