Clothes Recycling: अब पहने हुए पुराने कपड़ों से बनाई जा सकेगी खाद, इस नई तकनीक ने किया कमाल

 
Clothes Recycling: अब पहने हुए पुराने कपड़ों से बनाई जा सकेगी खाद, इस नई तकनीक ने किया कमाल

Clothes Recycling : इन दिनों टेक्नोलॉजी इतनी मजबूत हो गई है कि हर बेकार वस्तुओं का दोबार उपयोग कर लिया जाता है. दरअसल बहुत सारी ऐसी कंपनी है जो कोई भी वेस्ट सामानों को रिसाइकिलिंग करती है. जिसके तहत बेकार वस्तुओं से दोबारा नया रूप देकर उसे उपयोगी बना दिया जाता है.

अभी तक तो केवल आपने सुना होगा कि प्लास्टिक के सामान को रिसाइकिल किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी यह सुना है कि आपके पहने हुए पुराने कपड़ों को रिसाइकिलिंग करके उसे दूसरा रुप दिया जा रहा है.

बता दें कि नई तकनीक विकसित करने का काम पिछले करीब दस साल से चल रहा है. जिसके तहत ऐसी टी-शर्ट विकसित हो सकी है, जिसे रंगने के लिए ऑर्गेनिक रौशनाई इस्तेमाल की गई है. इससे बिल्कुल भी नुकसान नहीं होता है.

WhatsApp Group Join Now

'क्रैडल टू ग्रेव' सिद्धांत पर होता है काम

फिलहाल कंपनी 'क्रैडल टू ग्रेव' सिद्धांत पर काम कर रही है. जिसमें उत्पाद में बदलाव लाने का विचार शामिल है. यह एक ऐसी संस्थान है जोकि न्यूनतम कचरा पैदा करके तैयार होने वाले उत्पादों को प्रमाणपत्र देती है.

ऐसे तैयार टी-शर्ट को गोल्ड स्टैंडर्ड प्रमाणपत्र दिए जाते हैं, जिन्हें पहनने के बाद खाद बनाने में प्रयोग किया जाता है. तकनीक की मदद से ऐसे धागे, रंग और डिजाइन तैयार करते हैं. जोकि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाएं.

कपास से तैयार किए जाते हैं नए डिजाइन

दरअसल, टीमिल नाम की कंपनी पुराने कपड़ों से ऑर्गेनिक कपास से निकाल कर वापस उससे नई तरह की डिजाइन में तैयार करती है. कंपनी के अधिकारी मार्ट ड्रेक-नाइट कहते हैं कि कई कंपनियों ने मिलकर दस साल में ये तकनीक विकसित की है. अच्छा लगता है जब एक-दूसरे से मुक़ाबला कर रही कंपनियां मिलकर, दुनिया की भलाई के लिए कोई काम करती हैं.  

साथ ही उन्होंने कहा कि, असल में तो हमें अपनी नई टी-शर्ट के लिए कपड़ा मुफ़्त मिल जाता है. जोकि 'क्रैडल टू क्रैडल' मुहिम का ही हिस्सा होता है.

यह भी पढ़ें - Adidas Shoes: आपने सोचा नहीं होगा आपके जूते बनाने में कंपनी इन चीज़ों का करती है इस्तेमाल, चौंका देगा ये तथ्य

Tags

Share this story