Cyrus Mistry का किया गया अंतिम संस्कार,जानें कौन-कौन रहा मौजूद ,जानिए पूरी डिटेल
टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन Cyrus Mistry की रविवार को सड़क हादसे में मौत हो गई। सायरस पारसी समुदाय से आते हैं। लेकिन उनका अंतिम संस्कार पारसी परंपरा के अनुसार नहीं किया गया। कहा जाता है कि पारसी परंपरा में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया काफी कठिन होती है।हिंदू धर्म में शव को अग्नि या जल को सौंपा जाता है, मुस्लिम और ईसाई समुदाय में शव को दफन कर दिया जाता है, लेकिन पारसी समुदाय में ऐसा नहीं होता है। पारसी लोग शव को आसमान को सौंप देते हैं, जिसे गिद्ध, चील, कौए खा जाते हैं।
कैसे हुआ Cyrus Mistry का अंतिम संस्कार
सायरस मिस्त्री का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाहगृह में किया गया। दरअसल दखमा में रखे शव को ज्यादातर गिद्ध ही खाते हैं। पिछले कुछ सालों में गिद्धों की संख्या तेजी से घट गई है। अब ज्यादा गिद्ध नहीं दिखते हैं।अब पारसी लोगों को इस पद्धति से अंतिम संस्कार करने में दिक्कत आ रही है। क्योंकि, शव को खाने के लिए गिद्ध नहीं पहुंचते तो यह सड़ जाता है। इसके चलते दूर-दूर तक बदबू फैल जाती है और बीमारी फैलने का भी डर होता है। अब बहुत पारसी समुदाय के बहुत से लोग विद्युत शवदाहगृह में अंतिम संस्कार करा रहे हैं।
अंतिम संस्कार में कौन- कौन रहा मौजूद
साइरस मिस्त्री के अंतिम संस्कार में दिग्गज कारोबारी अनिल अंबानी और दीपक पारेख वहां मौजूद रहे। इसके साथ ही एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और मिलिंद देवड़ा ने भी उन्हें अंतिम विदाई दी। इसके अलावा वरिष्ठ उद्योगपति रतन टाटा की सौतेली मां सिमोन टाटा भी शामिल हुईं।उनकी मौजूदगी इसलिए भी महत्वपूर्ण रही क्योंकि टाटा और साइरस मिस्त्री के बीच संबंधों में बाद में काफी कड़वाहट आ गई थी। टाटा संस ने मिस्त्री को चेयरमैन पद से बर्खास्त कर दिया था। मिस्त्री इससे खुश नहीं थे इसलिए यह मामला अदालत तक पहुंचा और अंत में इस मामले में जीत टाटा की हुई।
क्या हुआ था Cyrus Mistry के साथ
साइरस मिस्त्री की कार अहमदाबाद मुंबई हाईवे पर डिवाइडर में टकरा गई थी। इस हादसे में मिस्त्री और जहांगीर दिनशा पंडोले की मौत हो गई. ये दोनों लोग पीछे की सीट पर बैठे थे। वहीं, कार अनाहिता पंडोले (55 साल) चला रही थीं। वे जानी मानी गाइनेकोलॉजिस्ट हैं. कार में साइरस मिस्त्री और अनाहिता पंडोले के अलावा उनके पति डेरियस पंडोले बैठे थे। हादसे में अनाहिता और उनके पति डेरियस बाल-बाल बच गए हैं। दंपति को गंभीर चोटें आई हैं। दोनों का इलाज गुजरात के वापी में प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था। अब दोनों को मुंबई के प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कराया गया है।
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