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सरकार लागू कर सकती है Wage code, जो आपके वेतन और पेंशन पर डालेगा असर, जानिए इसके बारे में....

 

भारत सरकार द्वारा जल्द ही एक ऐसे एक्ट को लागू किया जाएगा, जिसका सीधा असर कर्मचारियों के वेतन पर पड़ेगा. इस एक्ट के आने से कर्मचारियों को लाभ होना संभव है. दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह दावा किया जा रहा है कि इस नए वित्तीय से एक नया वेज (Wage code) लागू किया जा सकता है. जिसके जरिए प्रत्येक कर्मचारियों के वेतन और पेंशन दोनों पर प्रभावी तौर पर असर पड़ने वाला है.

हालांकि सरकार की ओर से अभी इस नए वेज कोड को लागू करने की कोई अधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है. लेकिन सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले इस नए वेज कोड के विषय में कर्मचारियों को जानकारी अवश्य होनी चाहिए.

नया वेज कोड (Wage code) क्या है?

सरकार की ओर से लाएं जाने वाले वेज कोड एक्ट (Wage code act), 2019 के अनुसार, कंपनी में कार्यरत किसी भी कर्मचारी का मूल वेतन कंपनी की लागत राशि (CTC) का 50 प्रतिशत से कम नहीं हो सकता.
इस प्रकार नए वेज कोड के आने पर कर्मचारी और कंपनी दोनों की वेतन नीति परिवर्तित हो जायेगी.

कर्मचारियों की Take Home Salary घटेगी

वेज कोड एक्ट, 2019 के आने से कर्मचारियों का मूल वेतन में वृद्धि की जाएगी, लेकिन वहीं उनके वेतन में से पीएफ भी अधिक मात्रा में काटा जाएगा. जिसके चलते उन्हें भविष्य में पीएफ का पैसा वर्तमान स्थिति से अधिक प्राप्त हो सकेगा. इस एक्ट के आने से कहीं ना कहीं कर्मचारियों की take home salary घट जाएगी, लेकिन उनका भविष्य सुरक्षित हो जाएगा. साथ ही मासिक ग्रेच्युटी में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है.

कर्मचारियों का रिटायरमेंट होगा सुरक्षित

कंपनी की लागत राशि (CTC) कई वर्गों में बंटा होता है, जैसे - बेसिक वेतन, मकान का किराया, पीएफ, ग्रेच्युटी, मनोरंजन भत्ता, एलटीसी (LTC) आदि. ऐसे में यदि नया वेज कोड बेसिक वेतन के साथ ही यदि सभी लागत राशि पर लागू किया गया तो कंपनी के सामने वेतन बढ़ाने की मुश्किलें बढ़ जाएगी.

हालांकि कर्मचारियों को हर तरफ से लाभ मिलता नजर आ रहा है, जरूर उनकी take home salary घटेगी, लेकिन इसके बावजूद कर्मचारियों को पीएफ और ग्रेच्युटी बढ़कर प्राप्त होगा. नया वेज कोड आने से अधिक कमाई वाले कर्मचारियों को झटका लग सकता है. क्योंकि अधिक कमाई वालों की बेसिक सैलरी में जिस प्रकार वृद्धि होगी, उसी प्रकार उनका पीएफ भी अधिक काटा जाएगा और साथ ही टैक्स भी अधिक देना होगा.