Home Loan: घर बनाना आज के समय में बहुत बड़ा टास्क हो चुका है. आमतौर पर तो लोग लोन लेकर ही घर खरीदते हैं. होम लोन लेना जितना आसान है उतना ही मुश्किल भी है. महंगाई को काबू में करने के लिए मई के बाद रेपो रेट में 190 बेसिस प्वाइंट्स में बढ़ोतरी मिली. आरबीआई के रेपो रेट बढाने का बाद कई बैंक लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं. मगर ये Home Loan कैसे महंगा हुआ चलिए बताते हैं.
कैसे हुआ Home Loan महंगा?
RBI के मुताबिक, रेपो रेट बढ़ाने का बाद कई लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. आने वाले समय में बैंक भी ऐसा ही करेगी जिसमें ये पता चलेगा कि होम लोन कैसे बढ़ेगा. एक्सपर्ट्स के मुताबिक महंगाई के काबू में आने तक केंद्रीय बैंक रेपो रेट में बढ़ोतरी जारी रहेगी. आने वाले समय में EMI का बढ़ना भी तय है. रेपो रेट्स में बढ़ोतरी से बैंकों की कॉस्ट ऑफ बोरोइंग भी बढ़ जाती है. बैंक इसे ग्राहकों पर डाल देते हैं जिससे होम लोन सहित सभी तरह के लोन महंगे होने वाले हैं. बैंक जो नए रिटेल लोन देते हैं वे किसी एक्सटर्नल बेंचमार्क से जुड़े रहते हैं. इनमें से कई मामलों में यह रेपो रेट से जुड़ा मिलता है.
आरबीआई के लिए महंगाई का लक्ष्य 2 से 6 प्रतिशत रहता है लेकिन इस साल यह आरबीआई के लक्ष्य में ये बढ़ोतरी जारी है. इसी वजह से आगे भी रेपो रेट में बढ़ोतरी जारी रहेंगी. मान लें केंद्रीय बैंक रेपो रेट में 40 बेसिस अंक की बढ़ोतरी करते हैं तो रेपो रेट 6.30 प्रतिशत पहुंच जाए. 40 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी में आपको बैंक से पता चलेगा कि EMI कहां पहुंची है.
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