Inflation in India: नए साल में भी करना पड़ेगा महंगाई का सामना, कैसे पड़ेगा असर?
दुनियाभर में फैले कोविड-19 महामारी की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। इससे हमारा देश भी वंचित नहीं है। हमारे देश के हालात उलट-पुलट हो गए हैं। हमें बहुत से पहलुओं पर नुकसान उठाना पड़ा है। वही एक पहलू और सबसे महत्वपूर्ण पहलू अर्थव्यवस्था भी है।
इस महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत भी बहुत चरमरा गई है। जिसको सुधारना कहीं ना कहीं अभी बहुत मुश्किल लग रहा है। अर्थव्यवस्था के चढ़ाव को देखते हुए इस बार हम यह आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं, कि नए साल में भी हमें महंगाई यों का सामना करना ही पड़ेगा। मतलब नए साल 2022 में भी महंगाई से कोई राहत मिलने के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं।
वैसे साल 2020 के बाद से मुद्रास्फीति काफी तेजी से दुनिया के कई देशों में बढ़ी है। यही सबसे बड़ी वजह है कि दुनिया के कई देशों में आम जनजीवन, जो अपना जीवन यापन बड़ी मुश्किल से कर पाते हैं वह बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।
1974 के बाद अमेरिका में जो बड़ी महंगाई पड़ी थी, उसका बुरा असर विश्व के कई देशों में देखने को साफ तौर पर मिला था। अमेरिका में बढ़ी इस महंगाई का सबसे बड़ा कारण क्या था ? तेल आपूर्ति में दिक्कतें जो कि वियतनाम युद्ध और मिडल ईस्ट से हो रही थे।
इससे अमेरिका ही नहीं दुनिया के कई देश नकारात्मक तौर पर प्रभावित हुए थे। आज फिर एक बार दुनिया को 50 साल बाद उसी महंगाई का डर सता रहा है। इस बार बता साफ तौर पर महामारी है।