Post Office Scheme: इस उम्र से अगर हर महीने करेंगे 5,000 रुपय जमा, तो मिलेंगे इतने लाख रूपये 

 
Post Office Scheme: इस उम्र से अगर हर महीने करेंगे 5,000 रुपय जमा, तो मिलेंगे इतने लाख रूपये 

भारत के डाक घर हर बार कुछ ऐसी स्कीम निकालते हैं, की आम जनता उनकी तरफ अपने आप खींची चली आती हैं। डाक घर पर भारत की आम जनता का अटूट विश्वास भी इसलिए हैं की पोस्ट ऑफिस की तरफ से उनके लिए हमेशा मुनाफ़े वाली स्कीम ही आती हैं। अब अगर आप भी बिना किसी नुकसान के मुनाफे वाली कोई स्कीम की तलाश कर रहे है, तो यह स्कीम आपके लिए ही है।

बिना जोखिम के अगर आप हर महीने आपको केवल ₹5,000 रूपये जमा करने हैं। रिटायरमेंट के बाद की लाइफ अगर आपको आरामदायक चाहिए तो, इसके लिए जरूरी है कि आप जब रिटायर हो, तो आपके पास एक अच्‍छा खासा फंड हो। इसके लिए आपको पोस्‍ट ऑफिस की यह स्‍कीम पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक बेहतर ऑप्‍शन के रूप सामने आया हैं। PPF लॉन्‍ग टर्म की फाइनेंशियल जरूरतों जैसे कि रिटायरमेंट फंड के लिए एक अच्‍छा ऑप्‍शन हैं।

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इसकी मैच्‍योरिटी एज 15 साल होती हैं। पीएफ की खासियत यह है कि इसमें निवेश पूरी तरह सेफ रहता है और रिटर्न भी गारंटीड रहता हैं। PPF में कोई भी निवेश कर सकता हैं। यह एक वॉलेंटरी स्‍कीम हैं जिसके तहत इस स्‍कीम में अगर आप 35 साल की उम्र में भी निवेश शुरू करते हैं, तो रिटायरमेंट की उम्र यानी 60 साल में 41 लाख से ज्‍यादा का फंड आप बना सकते हैं।

Post Office Scheme: इस उम्र से अगर हर महीने करेंगे 5,000 रुपय जमा, तो मिलेंगे इतने लाख रूपये 
Image credit: wikimedia

PPF अकाउंट में एक साल में आप ज़्यादा से ज़्यादा 1.50 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं। इसमें अभी सालाना 7.1 फीसदी ब्‍याज मिल रहा हैं, मान कर चलिए कि आप हर महीने 5,000 रुपये (सालाना 60,000 रुपये) पीपीएफ अकाउंट में निवेश शुरू करते हैं। 15 साल में मैच्‍योरिटी के बाद आप अपने अकाउंट को 5-5 साल के ब्‍लॉक में और 10 साल तक बनाए रखते हैं। तो ऐसे में आपको 25 साल के बाद आपके PPF अकाउंट का पूरा फंड 41 लाख से ज्‍यादा का (41,23,206 रुपये) हो जाएगा।

इसमें आपका निवेश 15 लाख और ब्‍याज से इनकम करीब 26.23 लाख तक की मोटी रकम मिलेगी।यहां यह ध्‍यान रखने कि ज़रूरत हैं कि निवेश की पूरी अवधि में ब्‍याज दर 7.1 फीसदी सालाना ली गई हैं। पीपीएफ में कम्‍पाउंडिंग साल भर की होती हैं। केंद्र की तरफ से हर तिमाही ब्‍याज दरों की समीक्षा होती रहती हैं। ऐसे में ब्‍याज दरों में बदलाव के साथ मैच्‍योरिटी अमाउंट भी घट-बढ़ सकता हैं। यह ध्‍यान रखें कि पीपीएफ अकाउंट को अगर आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो मैच्‍योरिटी से एक साल पहले आपको लिखित में सूचना देनी होगी।

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यह भी देखें:

https://youtu.be/xbZ0aJ2O-nI

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