PPF Account: खाताधारक की मृत्यु के बाद किसे मिलेगा पैसा और कैसे होगा क्लेम सेटलमेंट? जानें पूरी डिटेल

 
PPF Account: खाताधारक की मृत्यु के बाद किसे मिलेगा पैसा और कैसे होगा क्लेम सेटलमेंट? जानें पूरी डिटेल

PPF Account: अगर आपको अपना भविष्य सही रखना है तो कहीं ना कहीं पैसों का निवेश करना जरूरी होता है. अपने रेगुलर खर्चों को किनारे करके हम सभी को मासिक इनकम का कुछ ना कुछ हिस्सा कहीं ना कहीं निवेश करना चाहिए. इसके लिए PPF में निवेश करना अच्छा रिटर्न देता है.

पीपीएफ अकाउंट खोलने के बाद अपनी कमाई का कुछ हिस्सा हर महीने निवेश करने से आपका भविष्य सिक्योर हो सकता है. नौकरी करने वाले लोग पीपीएफ में ही निवेश करते हैं जिससे खाताधारक को मैच्योरिटी के बाद अच्छा रिटर्न मिल सके. मगर सवाल ये है कि पीपीएफ खाताधारक की मृत्यु के बाद उस पैसे का क्या होता है? तो चलिए आपको इसकी पूरी डिटेल्स बताते हैं.

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PPF Account से जुड़े नियम

PPF Account: खाताधारक की मृत्यु के बाद किसे मिलेगा पैसा और कैसे होगा क्लेम सेटलमेंट? जानें पूरी डिटेल
source- pixabay

नॉमिनी को मिलेगा पैसा

पीपीएफ में किसी भी योजना की मैच्योरिटी की अवधि 15 साल की होती है. PPF Account मैच्योरिटी से पहले भी बंद हो सकता है. पीपीएफ खाताधारक को स्वास्थ्य और एजुकेशन जैसी इमरजेंसी पर पैसा निकालने की परमिशन देता है. अगर खाता NRI का है तो पीपीएफ खाता खुलने की तारीख से कम से कम 5 साल पूरे होने तक बंद करवाया जा सकता है. मगर इसमें 1 प्रतिशत ब्याज भी कट जाता है. अगर पीपीएफ खाताधारक का मैच्योरिटी के पहले ही निधन हो जाता है तो पैसा नॉमिनी को मिल सकता है.

कैसे होता है क्‍लेम सेटेलमेंट?

नियम के अनुसार, डेथ क्‍लेम का सेटेलमेंट कई आधार पर किया जा सकता है. अगर क्लेम की राशि पांच लाख रुपये तक है, तो सेटलमेंट नॉमिनेशन, कानूनी सबूत या बिना कानूनी प्रूफ के संबंधित अथॉरिटी के विवेक के आधार पर किया जा सकता है. लेकिन पांच लाख रुपये से अधिक की रकम के लिए कानूनी प्रूफ लगाने की जरूरत पड़ती है. अगर नॉमिनी के पास प्रूफ मौजूद नहीं है, तो इस स्थिति में कोर्ट से सक्‍सेशन सर्टिफिकेट प्रस्‍तुत करना होता है.

PPF Account में मिलता है इतना रिटर्न

इसके लिए 15 साल पूरे करने का कोई नियम नहीं लगता है. पीपीएफ पर ब्याज दरों को सरकार ही तय करती है. जो तिमाही के आधार पर ही मिलता है. फिलहाल इस पर 7.1 प्रतिशत की ब्याद दर चल रही है. ये ब्याज चक्रवृद्धि ब्याज ही होता है जिसे निवेश करने वालों को इसका फायदा मिलता है. फिर भी अगर आप 15 सालों के बाद पैसा निकालते हैं तो आपको रिटर्न और भी अच्छा मिलता है.

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