केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे 'इन्ट्रोडक्शन टू इंडियन नॉलेज सिस्टिम' पुस्तक का विमोचन
एसव्यासा, बैंगलोर और चिन्मय विश्वविद्यापीठ (एर्नाकुलम) के सहयोग से आईआईएम बैंगलोर के प्रोफेसर डॉ. बी. महादेवन, डॉ विनायक रजत भट और डॉ नागेंद्र पवन आर.एन. द्वारा लिखित भारतीय ज्ञान परंपरा (आईकेएस) पर एक पाठ्यपुस्तक का विमोचन केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे। यह कार्यक्रम आगामी सोमवार, दिनांक १६ मई २०२२ को अभातशिप (एआईसीटीई), नेल्सन मंडेला मार्ग, वसंत कुंज, नई दिल्ली स्थित कार्यालय के सभागार में आयोजित होगा।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने वर्ष २०१८ में अपने मॉडल पाठ्यक्रम के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा (आईकेएस) पर एक अनिवार्य पाठ्यक्रम शुरू किया था।
यह पुस्तक, इंट्रोडक्शन टू इंडियन नॉलेज सिस्टम्स: कॉन्सेप्ट्स एंड एप्लीकेशन, इंनियरिंग के छात्रों और उच्च शिक्षा संस्थानों में लक्षित, भारतीय ज्ञान परंपरा (आईकेएस) पर एक आवश्यक पाठ्यक्रम की पेशकश के लिए लेखकों के प्रयासों की परिणति है। आईकेएस प्रकोष्ठ को हाल ही में अभातशिप में शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है।
इसके अलावा, नई शिक्षा नीति (एनईपी २०२०) ने उच्च शिक्षा पाठ्यक्रम में आईकेएस को शामिल करने के लिए एक स्पष्ट दिशा प्रदान की है। इससे आने वाले दिनों में देश के कई उच्च शिक्षा संस्थानों में इस तरह की एक पाठ्यपुस्तक की आवश्यकता होगी।
अभातशिप (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे का कहना है कि यह पुस्तक पेशेवरों और आईकेएस शोधकर्ताओं को प्रत्येक अध्याय में गहराई से शोध करने एवं प्रत्येक विषय पर एक पाठ्यपुस्तक लिखने के लिए भी प्रेरित करेगी।