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History of Indian Currency: रुपये से पहले ये थी भारतीय मुद्रा, जानें इंडियन करेंसी का पूरा इतिहास

 

History of Indian Currency: मनुष्य के बहुत से अविष्कारों में से एक है, Rupee या मुद्रा का अविष्कार. इस अकेले अविष्कार ने पूरी दुनिया का नक्सा ही बदल दिया है. आपको बता दें कि वर्तमान में जो रुपया चलता है दरअसल यह कई सालों के बाद रुपया बना है.इससे पहले कौड़ी, दमड़ी, धेला, पाई और आने का प्रचलन था.लेकिन क्या आजकल की पीढ़ी यह जानती है कि कौड़ी, दमड़ी, धेला, पाई और सोलह आने की वैल्यू कितनी होती थी? यदि नहीं तो आइये इस लेख में इसके बारे में पूरी जानकारी लेते हैं.

History of Indian Currency

मानव सभ्यता के विकास के प्रारंभिक चरण में वस्तु विनिमय चलता था लेकिन बाद में लोगों की जरूरतें बढ़ी और वस्तु विनिमय से कठिनाइयाँ पैदा होने लगीं जिसके कारण कौड़ियों से व्यापार आरम्भ हुआ जो कि बाद में सिक्कों में बदल गया.

आपको बता दें कि वर्तमान में जो Rupee चलता है दरअसल यह कई सालों के बाद रुपया बना है. सबसे पहले चलन में फूटी कौड़ी थी जो बाद में कौड़ी बनी. इसके बाद कौड़ी से दमड़ी बनी ,दमड़ी से धेला बना ,धेला से पाई बनी, पाई से पैसा बना, पैसे से आना बना,आना से रुपया बना और अब Credit Card और Bitcoin  का जमाना आ गया है.

प्राचीन मुद्रा की एक्सचेंज वैल्यू इस प्रकार थी;

  • 3 फूटी कौड़ी (Footie Cowrie) =1 कौड़ी 
  • 10 कौड़ी (Cowrie) =1 दमड़ी 
  • 2 दमड़ी (Damri) =1 धेला 
  • 1.5 पाई (Pai) =1 धेला 
  • 3 पाई =1 पैसा (पुराना)
  • 4 पैसा =1 आना 
  • 16 आना (Anna)=1 रुपया 
  • 1 रुपया =100 पैसा 

अर्थात 256 दमड़ी की वैल्यू आज के एक रुपये के बराबर थी.

256 दमड़ी =192 पाई=128 धेला =64 पैसा =16 आना =1 रुपया 

भारत में कौन से सिक्के चलन से बाहर हो गये हैं?

भारतीय वित्त मंत्रालय ने 30 जून 2011 से बहुत ही कम वैल्यू के सिक्के जैसे 1 पैसे, 2 पैसे, 3 पैसे, 5 पैसे, 10 पैसे, 20 पैसे और 25 पैसे मूल्यवर्ग के सिक्के संचलन से वापस लिए गए हैं अर्थात अब ये सिक्के भारत में वैध मुद्रा नहीं हैं. इसलिए कोई भी दुकानदार और बैंक वाला इन्हें लेने से मना कर सकता है और उसको सजा भी नहीं होगी.ध्यान रहे कि भारत में 50 पैसे का सिक्का अभी वैध सिक्का है इस कारण बैंक, दुकानदार और पब्लिक उसको लेने से मना नहीं कर सकते हैं.

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