यूपी में कक्षा 9 वीं से लेकर 12 वीं की शिक्षा व्यवस्था में अहम बदलाव, प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला

 
यूपी में कक्षा 9 वीं से लेकर 12 वीं की शिक्षा व्यवस्था में अहम बदलाव, प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला

UP Board Exams: राज्य में कोविड-19 संक्रमण में आई तेज़ी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में अहम निर्णय लिए गए हैं. योगी सरकार ने शिक्षा व्यवस्थाओं में परिवर्तन किया है. यह बदलाव कक्षा 9वीं से लेकर 12 वीं के विद्यार्थियों को राहत प्रदान करेगा.

सूबे की स्कूलों में पढ़ रहे 9 वीं से लेकर 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मुख्य फैसले हुए हैं. शनिवार को राज्य की प्रशासन ने 10 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया.

सूबे के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने इसकी घोषणा की और यह जानकारी दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहमति प्राप्त होने के बाद ही परीक्षा रद्द करने का बड़ा निर्णय लिया गया.

कक्षा 12 वीं बोर्ड परीक्षा में अहम परिवर्तन

सूबे में 12 वीं में पढ़ रहे छात्रों के लिए सबसे बड़े सवाल का जवाब भी आखिरकार शनिवार को मिल गया. दरअसल, 12 वीं की बोर्ड परीक्षा पर तस्वीर भी साफ हुई. परीक्षार्थियों के भविष्य में 12वीं के अंकों के महत्व को देखते हुए सरकार ने तय किया कि जुलाई के दूसरे सप्ताह में स्थितियां अनुकूल होने पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इंटर की परीक्षा कराई जाएगी.

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परीक्षा की अवधि में कटौती की गई और अब पेपर डेढ़ घंटे का होगा. इसमें हर पेपर में 10 सवाल पूछे जाएंगे और छात्रों को मात्र 3 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे. परीक्षा का शिड्यूल भी जल्दी ही जारी किया जाएगा.

9 वीं और 11 वीं के विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन पर किया जाएगा प्रमोट

सूबे के उपमुख्यमंत्री के मुताबिक 9 वीं और 11 वीं के विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा के परीक्षा रिजल्ट पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. वही पर अगर किसी स्कूल में वार्षिक परीक्षा अभी तक नहीं हुई है तो वहां पूरे साल के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोशन किया जाएगा.

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