UP कॉलेज एग्जाम: स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र होंगे प्रमोट, अंतिम वर्ष की परीक्षा अगस्त में सम्भव

 
UP कॉलेज एग्जाम: स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्र होंगे प्रमोट, अंतिम वर्ष की परीक्षा अगस्त में सम्भव

UP College Exam: Covid-19 से हुए खराब हालातों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने कॉलेज छात्रों की परीक्षाएं रद्द कर दी हैं. सूबे की सरकार ने 2021 की स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष और स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की परीक्षाओं को रद्द करने का निर्णय किया. इसके साथ ही इन कक्षाओं में पढ़ रहे लगभग 30 लाख छात्रों को सीधे प्रमोट कर दिया जाएगा.

वही पर कॉलेजों में पढ़ रहे स्नातक एवं स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाएगी. अंतिम वर्ष की परीक्षा अगस्त महीने में होने की संभावना है. हालांकि अभी आधिकारिक तारीखों की घोषणा नहीं हुई है. यह पूरी जानकारी सूबे के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने दी है.

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हालांकि, जिन कॉलेजों में पिछले सत्र कोरोना के प्रकोप की वजह से लॉकडाउन होने की स्थिति में स्नातक प्रथम वर्ष की परीक्षा सम्भव नहीं हुई थी. वैसे विश्वविद्यालयों में स्नातक द्वितीय वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं भी कराई जाएंगी.

तीन सदस्यीय समिति ने बनाई योजना

आपको बता दें कि उपरोक्त सभी योजना तीन कुलपतियों की समिति ने तैयार की है. इनमें छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय, महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली के कुलपति प्रोफेसर कृष्णपाल सिंह शामिल थे. इन्होंने मिलकर ही स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को सीधे प्रमोट करने का नया रोडमैप बनाया है.

एक वर्ष की परीक्षा देकर कोई छात्र नहीं होगा ग्रेजुएट

वही योजना में इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि कोई भी छात्र सिर्फ एक साल की परीक्षा देकर ग्रेजुएट घोषित न किया जाए. इसके लिए समिति ने अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपति व हितधारकों से परामर्श किए जाने के बाद तय किया कि प्रथम वर्ष के अंक द्वितीय वर्ष के अंकों के आधार पर मार्किंग किया जाना चाहिए. ऐसा करने के पीछे यही वजह थी कि बहुत से कॉलेज में 2020 और 2021 की परीक्षाएं नहीं हुई हैं.

परीक्षा का प्रारूप अपने स्तर पर तय करें विश्वविद्यालय

समिति ने अपने सुझाव में यह भी कहा कि विश्वविद्यालयों को अपने स्तर पर अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए यूपी कॉलेज परीक्षा 2021 का प्रारूप तय करने की अनुमति मिलनी चाहिए. प्रथम वर्ष के छात्रों की मार्किंग अगले वर्ष की परीक्षा पर निर्धारित की जाएगी. हालांकि, उन्होंने कहा है कि कॉलेज परीक्षा 2021 के बारे में अधिक विवरण के लिए छात्रों को अपने संबंधित कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से जानकारी प्राप्त करनी चाहिए.

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