Bollywood Movies जिन्होंने आतंकवाद का सच दुनिया को दिखाया
Bollywood Movies based on terrorism: हिंदी सिनेमा भारत ही नही बल्कि पूरे विश्व में अपनी एक खास जगह बनाएं हुए और इस खास जगह को हासिल करने के पीछे वो तमाम कहानियाँ जो हिंदी सिनेमा को अलग बनाती है. आतंकवाद से पूरा विश्व ही डटकर सामना कर रहा है व सफलता भी प्राप्त कर रहा है, यही सफलतायें एक नई कहानी को जन्म देती हैं.
तो चलिये एक नज़र डालते है बॉलीवुड की कुछ खास कहानियाँ जो आतंकवाद को मुहतोड़ जवाब देती हैं.
Bollywood Movies based on terrorism
फिज़ा (2000)
खालिद मोहम्मद के निर्देशन में पहली फिल्म में करिश्मा कपूर को एक ऐसी लड़की के रूप में लिया गया, जो अपने 1993 के बॉम्बे दंगों के दौरान लापता हुये भाई (ऋतिक रोशन) को ट्रैक करने के लिए निकलती है,
इस फ़िल्म में ऋतिक रोशन में आतंकी संगठन के सदस्य का किरदार निभाया था.
ब्लैक फ्राइडे (2007)
अनुराग कश्यप की फिल्म 2007 में कई बाधाओं के कारण बनने के कई समय बाद रिलीज हुई. यह फ़िल्म 1993 के सीरियल बॉम्बे बम धमाकों पर आधारित थी जिसको पुलिस, आतंकवादियों, पीड़ितों आदि के माध्यम से दर्शकों के सामने प्रस्तुत की गयी थी.
फना (2006)
इस फ़िल्म आमिर खान ने एक जिहादी की भूमिका निभाई थी जो पुरानी दिल्ली में एक पर्यटक गाइड के रूप में रहता है, लेकिन उसके पीछे उसका कोई खास मकसद है जो व्यापक आपदा फैला सकता है.
इस ब्लॉकबस्टर में काजोल भी थीं और यह कुणाल कोहली द्वारा निर्देशित थी.
नीरजा (2016)
यह फ़िल्म सत्य घटना पर आधारित हैं जिसमें नीरजा, एक फ्लाइट अटेंडेंट, 1986 में पैन एम फ्लाइट 73 में सवार होती है.
जब आतंकवादियों द्वारा फ्लाइट को हाईजैक कर लिया जाता है, तो नीरजा अपनी जान जोखिम में डालकर आतंकवादियों को यात्रियों पर हमला करने से रोकती है.
उरी (2016)
इस फ़िल्म में विक्की कौशल ने भारतीय सेना के मेजर विहान सिंह शेरगिल का किरदार निभाया था
जिसने 2016 में उरी, कश्मीर में एक बेस पर हमला करने वाले आतंकवादियों के एक समूह के खिलाफ एक गुप्त अभियान का नेतृत्व किया और कई सैनिकों को मार डाला.
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