Letter to PM Modi: भारत में विपक्ष लगातार यह मुद्दा उठाता रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। अब यह शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच गई है। विपक्ष के 9 नेताओं ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। जिन 9 नेताओं ने चिट्टी लिखी है, उनमें केसीआर, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, फारुख अब्दुल्ला और भगवंत मान।
विपक्ष ने लगाए आरोप
चिट्ठी में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा पर भी निशाना साधा गया है। चिट्ठी में आरोप लगाया गया कि जो नेता भाजपा में शामिल हो जाते हैं, उनके खिलाफ जांच धीमी गति से होती है। विपक्षी नेताओं ने लिखा कि राज्यपाल कार्यालय पर चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकारों के काम में दखल में भी दखल दिया जाता है। विपक्षी नेताओं ने कहा कि राज्यपाल केंद्र और राज्यों के बीच बढ़ती दरार का कारण बन रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने दावा किया कि केंद्रीय एजेंसियों की छवि खराब हो रही है। चिट्ठी में लिका गया कि 26 फरवरी को पूछताछ के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया, उन्हें गिरफ्तार करते समय उनके खिलाफ कोई सबूत भी नहीं दिखाए गए। चिट्ठी में लिखा गया कि 2014 के बाद से जिन नेताओं पर भी एक्शन हुआ है, उनमें से ज्यादातर विपक्ष के ही हैं।
खत में कांग्रेस पार्टी नहीं, समझिए इसके मायने
इस चिट्ठी में कांग्रेस का कोई नेता शामिल नहीं है। इसके मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस अपनी रणनीति के तहत इस खत का हिस्सा नहीं बनी है। देखना यही होगा कि क्या इसका असर 2024 के चुनाव से पहले विपक्ष का एकजुट करने की कोशिश पर पड़ता है।