Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम सरकार के छोटे भाई शालिगराम गर्ग को छतरपुर कोर्ट से जमानत मिल गई है। दलित परिवार की शादी में हंगामा और मारपीट करने के आरोप में पुलिस में गुरुवार को बागेश्वर धाम सरकार के छोटे भाई को अरेस्ट किया। जिसके बाद उसे छतरपुर कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने 25-25 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत दे दी। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई शालिगराम गर्ग उर्फ सौरव को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से शालिगराम की न्यायिक हिरासत की मांग की थी। सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने आरोपी शालिगराम को जमानत दे दी।
वीडियो की सत्यता को बनाया बेल का आधार
वकील शिव प्रताप सिंह ने बताया कि शालिगराम गर्ग और राजाराम तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। यहां दोनों पक्षों की ओर से बहस की गई। कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 25-25 हजार रुपए के मुचलके पर रिहा करने के आदेश दिए। अदालत में दलील रखी गई कि जो वीडियो बताया गया है, उसमें कट्टे की बात कही जा रही है, लेकिन वह स्पष्ट नहीं दिख रहा है। दूसरा वीडियो पर तब तक विश्वास नहीं किया जा सकता, जब तक कि उसकी स्पष्ट रूप से जांच नहीं हो जाती।
क्या है पूरा मामला?
छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में 11 फरवरी को अहिरवार समाज के एक परिवार में बेटी की शादी थी। परिवार ने पहले बागेश्वर धाम के सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी के लिए आवेदन दिया था, लेकिन बाद में निजी कार्यक्रम करने का फैसला किया।शादी 11 फरवरी को थी, इस बात का पता चलने पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री का छोटा भाई शालिगराम रात करीब 12 बजे अपने कुछ साथियों के साथ शादी समारोह में पहुंच गया। वहां उसने उत्पात मचाते हुए तोड़फोड़ की और लोगों को धमकाया। डरे-सहमे परिवार के लोगों ने शादी रोक दी।बारात लौट गई और रिश्तेदार भी चले गए। हालांकि काफी समझाइश के बाद शादी उसी रात हो गई।
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