Deoghar Ropeway Accident : अचानक रोपवे ट्रॉलियां आपस में टकराई, कई यात्री बचे तो कई ने जान गंवाई, जानें अब तक की प्रमुख बातें
Deoghar Ropeway Accident : झारखंड (Jharkhand) के देवघर जिले के पास तिरकुट पहाड़ी (Tirkut Parvat) पर रोपवे पर फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है. भारतीय वायु सेना ने ट्वीट किया कि IAF Mi17 V5 और चीता हेलीकॉप्टरों और गरुड़ कमांडो द्वारा 19 पर्यटकों को बचाया गया था.
https://twitter.com/IAF_MCC/status/1513502133257404417रविवार दोपहर 12 रोपवे ट्रॉलियों के आपस में टकरा जाने से दो लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग बीच हवा में फंसे रह गए.
रविवार को हुए इस हादसे में 2 लोग घायल हो गए. बीती रात 11 लोगों को बचा लिया गया. फंसे हुए पर्यटकों को भोजन और पानी की आपूर्ति के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
जिले के एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि दो पर्यटक बीती रात दहशत में अपनी रोपवे कारों से कूद गए थे और उन्हें मामूली चोटें आई हैं.
रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट किया कि भारतीय वायु सेना को रविवार रात रोपवे में फंसे 40 पर्यटकों को बचाने का अनुरोध मिला. IAF ने सुबह-सुबह एक Mi-17 और एक Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर तैनात किया.
रोपवे का संचालन एक निजी कंपनी कर रही थी. हादसे के कुछ देर बाद ही इसे चला रहे ऑपरेटर मौके से फरार हो गए.
झारखंड पर्यटन विभाग के अनुसार त्रिकुट रोपवे भारत का सबसे ऊंचा वर्टिकल रोपवे है. यह लगभग 766 मीटर लंबा है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बचाव अभियान जोरों पर है और सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है.
आज वायुसेना के हेलीकाप्टर से एक यात्री गलती से खाई में गिर गया और उसकी मौत हो गई. अब तक 38 लोगों को बचा लिया गया है और रोपवे में 12 लोग अभी भी फंसे हुए हैं. हादसा हो जाने के कारण और अँधेरे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन को टाल दिया गया.