WFI विवाद के चलते खेल मंत्रालय ने भारतीय कुशती संघ की सभी एक्टिविटीज को किया बंद, पहलवानों के साथ फेडरेशन काउंसिल की बैठक आज

 
WFI विवाद के चलते खेल मंत्रालय ने भारतीय कुशती संघ की सभी एक्टिविटीज को किया बंद, पहलवानों के साथ फेडरेशन काउंसिल की बैठक आज

भारतीय कुशती संघ (WFI) और पहलवानों के बीच आज पहली बार बैठक होने जा रही है. बता दें कि ये बैठक उत्तरप्रदेश के गोंडा जिले के होटल रॉयल हेरिटेज में होगी. इस मीटिंग में फेडरेशन के सभी सदस्य शामिल होंगे लेकिन प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को इस मीटिंग से दूर रखा गया है. बता दें कि फेडरेशन काउंसिल में कुल 54 सदस्य है.

वहीं कल शाम को खेल मंत्रालय ने WFI की सभी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है.खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बृजभूषण शरण पर लगे आरोपों की जांच के लिए कमेटी बनाई है और जांच पूरी होने तक उनसे फेडरेशन की एक्टिविटीज में शामिल न होने को कहा गया है. माना जा रहा है कि काउंसिल की बैठक के बाद बृजभूषण शरण सिंह मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखेंगे.

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फेडरेशन के सहायक सचिव को किया गया सस्पेंड

कल शाम को खेल मंत्रालय द्वारा फेडरेशन के सहायक सचिव विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया गया है. बता दें कि विनोद पर अनुशासनहीनता और खिलाड़ियों से रिश्वत लेने का आरोप है.वहीं सस्पेंडज होने से पहले WFI प्रमुख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि ज्यादातार लोग बृजभूषण के साथ हैं और खिलाड़ियों के आरोप बिल्कुल निराधार हैं.

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मामले की जांच के लिए बनाी गई 7 सदस्य कमेटी

शुक्रवार को WFI प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने के लिए 7 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है. इस कमेटी में मैरी कॉम, डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, योगेश्वर दत्त, सहदेव यादव और 2 अधिवक्ता शामिल हैं. वहीं टीम के सदस्य सहदेव यादन का कहना है कि 'हम बैठेंगे और सबकी बात सुनेंगे और आरोपों को देखने के बाद निष्पक्ष जांच करेंगे और निष्पक्ष न्याय देने की कोशिश करेंगे'.

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WFI ने बताया पर्सनल एजेंडा

खेल मंत्रालय के द्वारा खिलाड़ियों के धरने प्रदर्शन के बाद WFI को नोटिस जारी किया था जिसके जवाब में रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) ने बताया कि प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ी अपने निजी हित के लिए WFI को बदनाम कर रहे हैं. विरोध के पीछे उनके पर्सनल एजेंडे हैं. WFI में अध्यक्ष या कोई भी मनमानी नहीं कर सकता है. यहां कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है.

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