Gujarat Bridge Collapse: महिसागर नदी में गिरी गाड़ियां, 4 से ज्यादा लोगों की मौत
गुजरात। वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ने वाला 45 साल पुराना महिसागर नदी पुल रविवार सुबह एक भयावह हादसे का शिकार हो गया। सुबह करीब 7:30 बजे पुल का एक हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे दो ट्रक, एक बोलेरो और एक जीप सीधे नदी में गिर गए। हादसे में चार से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य घायल हैं या लापता बताए जा रहे हैं।
नदी में समा गए वाहन, मंजर हुआ भयावह
हादसे का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें पुल का स्लैब दो खंभों के बीच पूरी तरह गिरता दिख रहा है। 900 मीटर लंबा यह पुल, जिसे गंभीरा पुल के नाम से जाना जाता है, 1985 में उद्घाटित हुआ था और इसके 23 खंभे थे।
पुलिस और दमकल विभाग के अनुसार, हादसे के वक्त पुल पर कई वाहन मौजूद थे। जैसे ही स्लैब टूटा, चार वाहन पानी में गिर गए। दमकल विभाग, पुलिस और स्थानीय लोग मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं।
यातायात प्रभावित, सौराष्ट्र से संपर्क टूटा
गंभीर बात यह है कि इस पुल के टूटने से सौराष्ट्र से भरूच, नवसारी, तापी, वलसाड और सूरत जैसे दक्षिण गुजरात के शहरों का सीधा संपर्क टूट गया है। अब लोगों को अहमदाबाद होते हुए लंबा रास्ता अपनाना पड़ेगा।
पीएम मोदी ने जताया दुख, की आर्थिक मदद की घोषणा
इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता देने की घोषणा की है।
अब उठ रहे हैं ये सवाल
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क्या 45 साल पुराना पुल समय रहते जांचा गया था?
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क्या मरम्मत की अनदेखी ने हादसे को बुलावा दिया?
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क्या पुल की क्षमता से ज्यादा वजन होना हादसे का कारण बना?
स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर भारत में पुलों की सुरक्षा और निरीक्षण पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।