सद्गुरु अकादमी का ‘Human is NOT a Resource’ कार्यक्रम संपन्न, कोयंबटूर के ईशा योग केंद्र में जुटे देश के प्रमुख कॉर्पोरेट लीडर्स

सद्गुरु अकादमी द्वारा आयोजित 'Human is NOT a Resource' नेतृत्व कार्यक्रम का 9वां संस्करण 13 से 15 जून तक ईशा योग केंद्र, कोयंबटूर में संपन्न हुआ। तीन दिवसीय इस आवासीय कार्यक्रम में देशभर से 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया और मानव संसाधन को “संभवना” के रूप में देखने की नई दृष्टि पर विचार-विमर्श किया।
यह कार्यक्रम सद्गुरु के उस विचार पर आधारित है जिसमें वह कहते हैं:
“मानव संसाधन नहीं है, बल्कि एक विशाल संभावना है। जब तक हम मनुष्य को संसाधन मानते रहेंगे, हम उसकी वास्तविक प्रतिभा को कभी उजागर नहीं कर पाएंगे।”
कॉर्पोरेट लीडर्स से मिला गहन मार्गदर्शन
कार्यक्रम का संचालन आशुतोष पांडे, चीफ बिजनेस ऑफिसर, महिंद्रा हॉलिडेज़ ने किया।
अन्य प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे:
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राजकमल वेंपति, प्रेसिडेंट एवं एचआर हेड, एक्सिस बैंक
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मनीष विज, मैनेजिंग पार्टनर, स्माइल ग्रुप
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ऑगस्टस अज़ारिया, सीएचआरओ, काइन्ड्रिल
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डॉ. शालिनी लाल, संस्थापक, Unqbe
डॉ. शालिनी लाल ने नेताओं में 'अस्पष्टता सहनशीलता' (ambiguity tolerance) बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया, वहीं राजकमल वेंपति ने ऐसे प्रतिभाशाली लोगों की आवश्यकता बताई जो तेजी से बदलते माहौल में स्वयं को ढाल सकें।
थिएटर के ज़रिए नेतृत्व कौशल
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा एक थिएटर आधारित वर्कशॉप, जिसका संचालन अक्षरा मिश्रा ने किया। इस कार्यशाला में लीडरशिप के दो मूल कौशल—सुनने और निरीक्षण करने की क्षमता पर काम किया गया। गेमिफाइड मॉड्यूल्स के ज़रिए प्रतिभागियों को स्वयं की नेतृत्व क्षमताओं की गहराई से समझ मिली।
ईशा की स्वयंसेवी संस्कृति पर चर्चा
कार्यक्रम के दौरान ईशा फाउंडेशन के वरिष्ठ स्वयंसेवकों—स्वामी उल्लास, मौमिता सेन शर्मा (निदेशक, सद्गुरु अकादमी), सौरभ जैन और स्वामी सुखदा—ने प्रतिभागियों के सवालों के उत्तर दिए। ईशा की वैश्विक स्वयंसेवी संस्कृति, जिसमें 17 मिलियन से अधिक स्वयंसेवक शामिल हैं, को एक सफल नेतृत्व मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम के बारे में
‘Human is NOT a Resource’ सद्गुरु अकादमी द्वारा हर वर्ष आयोजित किया जाने वाला नेतृत्व कार्यक्रम है, जो मानव को संसाधन के बजाय एक संभावना के रूप में देखने का नजरिया विकसित करता है। यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को योग आधारित आंतरिक विकास, नेतृत्व रणनीतियाँ और लोग-केंद्रित कार्य संस्कृति को समझने के व्यावहारिक तरीके प्रदान करता है।