ISRO फिर रचेगा इतिहास, मई में शुरू होगा गगनयान का मानव मिशन

 
ISRO फिर रचेगा इतिहास, मई में शुरू होगा गगनयान का मानव मिशन

सरकार ने बुधवार को कहा कि महामारी (Covid-19) के प्रभावों के कारण गगनयान के चालक दल वाले पहले मिशन के प्रक्षेपण कार्यक्रम में बदलाव किया गया है. इसरो (ISRO) इसे 2024 के अंत तक भेजने की योजना बना रहा है. सरकार ने यह भी कहा कि महामारी के प्रभाव, लॉकडाउन के बाद अब गगनयान से संबंधित विभिन्न प्रणालियों की डिजाइन पूरी हो गयी है और कार्यक्रम परीक्षण चरण में प्रवेश कर चुका है.

सिंह ने बताया, "उच्च मार्जिन के लिए सभी प्रणोदन प्रणालियों का परीक्षण पूरा हो गया है। क्रू एस्केप सिस्टम के प्रदर्शन के लिए के लिए परीक्षण यान टीवी-डी1 मिशन तैयार किया गया है और पहली उड़ान के लिए मंच तैयार किया गया है। टीवी-डी1 मिशन के लिए क्रू मॉड्यूल स्ट्रक्चर तैयार हो चुका है। सभी क्रू एस्केप के स्थिर परीक्षण सिस्टम मोटर्स को पूरा कर लिया गया है और बैच टेस्टिंग प्रगति पर है।"

WhatsApp Group Join Now

ISRO मई में करेगा मिशन की शुरूआत

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि प्रथम परीक्षण रॉकेट मिशन, टीवी-डी1 मई 2023 के लिए निर्धारित है जिसके बाद 2024 की पहली तिमाही में दूसरा परीक्षण रॉकेट टीवी-डी2 मिशन और गगनयान के प्रथम चालक दल रहित मिशन (एलवीएम3-जी1) आयोजित किये जाएंगे.

खर्च किए गए 3 करोड़ से अधिक रुपये

राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा, "रोबोटिक पेलोड के साथ टेस्ट व्हीकल मिशन (TV-D3 और D4) और LVM3-G2 मिशन की अगली सीरीज की योजना बनाई गई है. सफल परीक्षण वाहन और अनक्रूड मिशन के परिणाम के आधार पर 2024 के अंत तक क्रू मिशन की योजना बनाई गई है."मंत्री ने कहा कि 30 अक्टूबर, 2022 तक गगनयान कार्यक्रम के लिए कुल 3,040 करोड़ रुपये खर्च किए गए. उन्होंने कहा कि मानव-रेटेड लॉन्च व्हीकल सिस्टम (HLVM3) का परीक्षण किया जा चुका हा और इस योग्य बताया गया है.

ये भी पढ़ें: Manish Sisodia के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक और केस हुआ दर्ज, जानें क्या है पूरा मामला?

Tags

Share this story