Kanpur's Karauli Baba: करोड़ों के आसामी, दुनिया में कई भक्त! जानें कानपुर के करौली बाबा का कच्चा चिट्ठा

 
Kanpur's Karauli Baba: करोड़ों के आसामी, दुनिया में कई भक्त! जानें कानपुर के करौली बाबा का कच्चा चिट्ठा

Karauli Baba Controversy:  इन दिनों कानपुर के करौली बाबा (Karauli Baba) सुर्खियों में हैं। करौली बाबा वैदिक तरीके से गंभीर बीमारियों के इलाज का दावा करता है. उसके समर्थक दावा करते हैं कि उसके आश्रम में आने के बाद बड़ी से बड़ी बीमारी भी ठीक हो जाती है. ये भी कहा जाता है कि बाबा अपने चमत्कार से भी लोगों का इलाज कर देता है. बता दें कि ऐसी ही बातें बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के लिए भी कही जाती हैं. उन पर भी आरोप है कि वो लोगों को चमत्कार के नाम पर बेवकूफ बना रहे हैं। बाबा के शुरुआती जिंदगी से लेकर अब तक की सारी कहानी बताते हैं

करौली बाबा का नाम संतोष सिंह भदौरिया है

संतोष सिंह भदौरिया लंबे समय तक आयुर्वेद के डॉक्टर रहे हैं. इसी के साथ वो किसानों के मुद्दे भी उठाते रहे हैं। 1989 में संतोष सिंह भदौरिया ने किसान यूनियन ज्वाइन की थी और इसके बाद वो भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष भी बने। संतोष भदौरिया उर्फ करौली बाबा पिछले तीन सालों से कानपुर में अपना आश्रम चला रहे हैं.

WhatsApp Group Join Now

करौली बाबा का क्रिमिनल रिकॉर्ड

कानपुर वाले करौली बाबा का आपराधिक इतिहास भी रहा है. 1992-95 के बीच उन पर हत्या, सेवन सीएलए समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हुए थे. कहा जाता है कि पुलिस से बचने के लिए करौली बाबा किसान नेता बन गया और बाद में जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करने लगा। यहां तक की कोतवाली थाना क्षेत्र में एक चर्च की जमीन का एग्रीमेंट कराकर रुपये तक हड़पने का आरोप भी है। करौली बाबा पर बिधनू में भूदान पट्टा पर सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर कब्जा कर आश्रम खोलने का आरोप भी लगा।

बाबा का आश्रम और रसूख

कानपुर के थाना क्षेत्र बिधनू के अंतर्गत करौली गांव में संतोष सिंह भदौरिया का आश्रम है जो करौली सरकार धाम के नाम से जाना जाता है। करीब 14 एकड़ में फैला यह आश्रम अपने आप में एक शहर है। करौली बाबा के आश्रम में हर दिन 3500 से 5000 तक लोग आते हैं. अमावस्या वाले दिन यह तादात 20 हजार तक पहुंच जाती है. यहां रात-दिन का पता नहीं चलता. लोग चौबीसों घंटे हवन करते रहते हैं. इसके लिए बाकायदा उन्हें आश्रम से हवन किट मिलती है। आश्रम में दो मंदिर हैं, एक राधा रमण मिश्र का और दूसरा मां कामाख्या का। 

इसे भी पढ़ें: PM MODI ने लांच किया 6G का दृष्टि पत्र, कहा- डिजिटल क्रान्ति में भारत सबसे आगे, जानें इससे होने वाले फायदे

Tags

Share this story