रणनीति बनाने और आतंकियों को धूल चटाने में माहिर हैं नए CDS, जानिए कौन हैं अनिल चौहान
भारत सरकार ने विपिन रावत के निधन के बाद आज उनकी जगह पर नए सीडीएस अनिल चौहान (Anil Chauhan) को नियुक्त किया गया है जो कि रणनीति बनाने और आतंकियों को धूल चटाने में बिल्कुल माहिर हैं. रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि अनिल चौहान भारत सरकार के सैन्य मामलों से जुड़े विभाग के सचिव के रूप में भी कार्यभार संभालेंगे. तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर आपके नए सीडीएस कितने दमदार हैं...
कौन हैं नए सीडीएस अनिल चौहान
उत्तराखंड में साल 1961 में अनिल चौहान का जन्म हुआ था. उन्होंने अपनी पढ़ाई नेशनल डिफेंस अकेडमी, खडकवासला और इंडियन मिलिट्री अकेडमी, देहरादून से की है. फिर साल 1981 में उनकी भर्ती भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में हुई थी.
इसके बाद अनिल चौहान ने मेजर जनरल के रैंक के अधिकारी के तौर पर उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में एक इन्फैंट्री डिवीजन की जिम्मेदारी बखूबी निभाई. फिर उन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में उत्तर पूर्व में एक कोर अपनी महत्वपूर्ण निभाई. इसके बाद सितंबर 2019 में वह पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बनाए गए फिर मई 2021 से वह इस अहम पद से वह सेवानिवृत्त हो गए.
चीन के मामलों में एक्सपर्ट हैं अनिल
आपको बता दें कि अपने 40 साल से अधिक के करियर में अनिल चौहान ने काफी सारे झंडे गाडे हैं. बालाकोट स्ट्राइक के दौरान अनिल डीजीएमओ थे, इस ऑपरेशन में उनके मार्गदर्शन से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने ध्वस्त किए गए थे. इसके अलावा कहा जाता है कि अनिल चीन के मामलों के भी एक्सपर्ट हैं. जबकि जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में उनका काफी एक्सपीरियंस रहा है. जिसके लिए उन्हें कई बार मेडल देकर सम्मानित भी किया गया है.
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