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Parakram Diwas 2023: आखिर किसने किया पराक्रम दिवस मनाने का फैसला? इस दिन क्या होता है खास, जानिए

 

Parakram Diwas 2023: साल 2021 से देश में पराक्रम दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मनाने का फैसला किसने और क्यों लिया है? साथ ही इस दिन क्या ऐसा खास होता है जिसकी तैयारियां पहले से शुरू हो जाती हैं. अगर नहीं ये सारी बातें नहीं जानते हैं तो आज ही जान लीजिए क्योंकि ये जरूरी जानकारी जो कि आपको पता होनी चाहिए तो चलिए जानते हैं...

दरअसल, देश के प्रधानमंत्री ने 23 जनवरी को पराक्रम दिवस मनाने का फैसला किया है, क्योंकि इस दिन नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जाती है. उनकी याद में ही इस दिन को खास बनाने के लिए साल 2021 से पराक्रम दिवस मनाया जाने लगा है.

बड़े स्तर पर रखा गया है कार्यक्रम

वहीं इस नए साल 2023 में पराक्रम दिवस यानि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के खास दिन उत्तर प्रदेश में खास और बड़ा आयोजन रखा गया है. 23 जनवरी को यूपी के सभी शहरों में मानव श्रृंखला बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है. जिसमें आठवीं क्लास से लेकर 12वीं क्लास तक के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे. साथ ही इसमें पुलिस और प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारी भी हिस्सा लेंगे.

आजादी में सुभाष चंद्र बोस का बड़ा योगदान

आपको बता दें कि आजादी में सुभाष चंद्र बोस का बड़ा योगदान रहा है. साल 1921 में सुभाष चंद्र बोस इंग्लैंड में रहकर प्रशासनिक सेवा की नौकरी कर रहे थे तभी उन्होंने अंग्रेजों द्वारा भारत में किए जाने शोषण के बारे पढ़ा, जिसके बाद सुभाष चंद्र ने अपने देश भारत को आजाद कराने का प्रण लिया. फिर उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ी और वह अपने देश वापस आ गए और आजादी के लिए लड़े. इस दौरान ही उन्होंने नारा दिया ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’, जो कि आज भी फेमस हैं.

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