'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम पर प्रेस कांफ्रेंस

 
'आजादी का अमृत महोत्सव' कार्यक्रम पर प्रेस कांफ्रेंस

नई दिल्ली: आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय कलाकुंभ के माध्यम से देश 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाया जा रहा है, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों को कई कलाकारों के द्वारा उनके चित्र बना कर श्रद्धाजंलि दी गई है.

राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय द्वारा संस्कृति मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के सहयोग से भुवनेश्वर और चंडीगढ़ में आयोजित हुए कलाकुंभ में देश के विभिन्न कलाकारों ने हिस्सा लिया और देश की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले गुमनाम नायकों के चित्र तैयार किए गए हैं, जिनमें उनकी वीरता और संघर्ष की कहानियों को प्रदर्शित किया गया है. इन चित्रों को गणतंत्र दिवस की मौके पर राजपथ पर प्रदर्शित किया जाएगा.

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उड़ीसा और चंडीगढ़ में 500 से अधिक कलाकारों ने मिलकर देश के विभिन्न हिस्सों से संबंधित आजादी के गुमनाम नायकों पर गहन शोध के बाद उनके चित्रों को चित्रित किया है.

भुवनेश्वर और चंडीगढ़ में तैयार किए गए स्क्रोल्स को 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर प्रदर्शित किया जाएगा, इसका उद्देश्य है कि देश के आम लोग देश के स्वतंत्रता संग्राम के हिस्सा रहे गुमनाम नायकों की वीरता और संघर्ष की कहानियों जान सकें.

रक्षा मंत्रालय के कई अधिकारियों ने लिया हिस्सा

चंडीगढ़ की कार्यशाला में लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा, लेफ्टिनेंट कर्नल अभिनव नवनीत, मेजर डीपी सिंह (सेवानिवृत्त) के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय के कई अधिकारियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में मानद कैप्टन बाना सिंह, परमवीर चक्र और सूबेदार संजय कुमार ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और उन्होंने अपनी वीरता और साहस की कहानियों को साझा करके एनसीसी कैडेटों और आगंतुकों को प्रेरित किया.

राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय के महानिदेशक अद्वैता गणनायक ने कहा है कि 'नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट, नई दिल्ली ने भारत की विविधता में एकता का प्रतिनिधित्व करने वाली देश की विभिन्न कलाओं को समामेलित करने के उद्देश्य से इन कार्यशालाओं का आयोजन किया है.

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