स्कूल जॉब्स घोटाला: TMC विधायक जीवनकृष्ण साहा गिरफ्तार, ईडी की कार्रवाई से बढ़ी सियासी हलचल
पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित स्कूल जॉब्स घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक जीवनकृष्ण साहा को गिरफ्तार कर लिया। ईडी अधिकारियों ने बताया कि साहा को मुर्शिदाबाद जिले के बुरवान स्थित उनके आवास पर लगभग पांच घंटे की तलाशी के बाद हिरासत में लिया गया। इस दौरान उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए घर की दीवार फांदकर भागने की कोशिश की और अपना मोबाइल फोन झाड़ियों में फेंक दिया, हालांकि बाद में फोन बरामद कर लिया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों और वीडियो में देखा गया कि साहा को बारिश में भीगा हुआ ईडी की टीम ने हिरासत में लिया और ले जाया गया। एजेंसी का कहना है कि साहा जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। उनकी गिरफ्तारी के साथ ही ईडी ने बिर्भूम और पुरुलिया जिलों में भी एक साथ छापेमारी की। इसमें साहा के ससुराल और रिश्तेदारों के घर शामिल थे।
ईडी ने बताया कि यह कार्रवाई स्कूल सर्विस कमीशन (SSC) भर्ती घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच का हिस्सा है। इस मामले में पहले भी पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी और TMC विधायक माणिक भट्टाचार्य सहित कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। ईडी अब तक इस मामले में चार चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
जीवनकृष्ण साहा का राजनीतिक करियर भी चर्चा में है। वे 2006 में प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक बने थे और 2012 में एसएससी के जरिए हाई स्कूल में नौकरी पाई थी। 2021 में वे पहली बार चुनावी राजनीति में उतरे और TMC के टिकट पर विधायक बने। अब एक बार फिर गिरफ्तारी ने TMC और राज्य की राजनीति को मुश्किल में डाल दिया है।