Assembly Election 2023: देश के तीन राज्यों में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के नतीजें आज घोषित किए गए। तीन में से दो राज्य त्रिपुरा और नगालैंड में भाजपा एक बार फिर सरकार बनाने में सफल रही है। तो वहीं मेघालय में भाजपा ने 02 सीटों पर जीत दर्ज की है। यहां किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, प्रदेश में सबसे ज्यादा सीटें एनपीपी ने हासिल की है। त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद गुरुवार रात PM नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचे और अपनी स्पीच में विपक्षी दलों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- हम एक नई दिशा पर चल पड़ा नॉर्थ-ईस्ट देख रहे हैं। यह दिलों की दूरियां समाप्त होने का ही नहीं, बल्कि नई सोच का प्रतीक है। अब नॉर्थ-ईस्ट न दिल्ली से दूर है न दिल से दूर है। यह इतिहास रचे जाने का समय है। मैं नॉर्थ-ईस्ट की समृद्धि और विकास का समय देख रहा हूं।कुछ दिन पहले मैं जब वहां गया तो किसी ने कहा कि मोदी जी आपको अपनी हाफ सेंचुरी के लिए बहुत-बहुत बधाई। मैंने पूछा कि कैसी हाफ सेंचुरी तब उन्होंने बताया कि आप जब से प्रधानमंत्री बने हैं तब से 50 बार से अधिक बार नॉर्थ-ईस्ट की विजिट कर चुके हैं।
मोदी के भाषण की खास बातें
- मोबाइल की फ्लैश लाइट जलवाकर नॉर्थ-ईस्ट के लोगों का आभार व्यक्त किया, बोले- ये नॉर्थ-ईस्ट की देशभक्ति का सम्मान है।
- अन्य राज्यों में काम करना उतना कठिन नहीं है, जितना नॉर्थ ईस्ट में है इसलिए वहां के कार्यकर्ता विशेष अभिनंदन के हकदार हैं।
- केंद्र की राजनीति में नॉर्थ-ईस्ट को महत्व मिलता है तो हमारे कुछ विशेष शुभचिंतकों के पेट में दर्द होता है।
- पहले जो दूर दृष्टा होते थे वो आने वाली पीढ़ियों के बारे में सोचते थे और अब पॉलिटीशियन सोचते हैं उनकी तस्वीर छपेगी या नहीं।
- हम सबसे कठिन चीजों को हल करने के लिए कठिन से कठिन मेहनत करते हैं। समाधान के जो भी रास्ते मिलें उन पर चलते हैं।
- आजादी के दशकों बाद भी नॉर्थ-ईस्ट के हजारों गांवों में बिजली भी नहीं पहुंची थी। अब बिजली, नल से जल और गैस उपलब्ध है।
- नगालैंड में पहली बार महिला उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है।
- विपक्षी जहां हमारी कब्र खोदने की ख्वाहिश करते हैं, वहां कमल खिलता जा रहा है।
- कुछ कट्टर लोग कहते हैं मर जा मोदी, देश कह रहा है मत जा मोदी।
- कांग्रेस कह रही है ये तो छोटे राज्य हैं, इनके नतीजे इतना मायने रखते। जब दिल में ही जोड़ने की भावना न हो तो ऐसे बोल निकलते हैं।
- बीजेपी को बनिया पार्टी कहा गया, मिडिल क्लास की पार्टी कहा गया, लेकिन हमने उन मिथकों को तोड़ दिया।
- हमने गुजरात चुनाव में भी देखा है कि कैसे आदिवासी पट्टी में भी बीजेपी को जबर्दस्त जीत मिली।
- हमें माइनॉरिटी के खिलाफ बताया गया। यह भ्रम गोवा के भाइयों ने तोड़ा।
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