बढ़ते तेल के दामों पर केंद्रीय वित्त मंत्री बोली : वो 'धर्म संकट' में फंस चुकी है
तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. विपक्ष से लेकर आम आदमी तक सरकार पर हमलावर है. ऐसे वक्त में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में अपने बयान में कहा, कि दाम कब कम होगा, इसके बारे में कहा नहीं जा सकता.
साथ ही बढ़ी हुई कीमतों को लेकर वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि उन्हें 'धर्म-संकट' में डाल दिया है. बढ़े दामों को कम करने के लिए केंद्र और राज्यों को समन्वय बनाते हुए एक दूसरे से बातचीत करनी चाहिए.
आईआईएम-अहमदाबाद के विद्यार्थियों के साथ बृहस्पतिवार को परिचर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र और राज्यों दोनों को ईंधन पर केंद्रीय और राज्य करों को कम करने के लिए बातचीत करनी चाहिए. यह पूछे जाने पर कि क्या केंद्र उपभोक्ताओं को ऊंची कीमतों से राहत के लिए उपकर या अन्य करों को कम करने पर विचार कर रहा है, सीतारमण ने कहा कि इस सवाल ने उन्हें 'धर्म-संकट' में डाल दिया है.
उन्होंने कहा कि यह तथ्य छिपा नहीं है कि इससे केंद्र को राजस्व मिलता है. राज्यों के साथ भी कुछ यही बात है. 'मैं इस बात से सहमत हूं कि उपभोक्ताओं पर बोझ को कम किया जाना चाहिए'
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