कोरोना वायरस की तीसरी लहर में बच्चों का रखें ख़ास ध्यान: स्वास्थ्य मंत्री
देश के कई राज्यों में कोरोना केस कम होते दिख रहे हैं. लेकिन एक ओर जहां कोविड की दूसरी लहर से निपटने के बाद राहत मिली ही थी कि अब तीसरी लहर का डर लोगों को सताने लगा है.
इसके साथ ही कई रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया हैं कि कोविड की तीसरी लहर का कहर बच्चों पर देखने को मिलेगा. अब इसी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr. Harsh vardhan) ने बच्चों की देखभाल को लेकर कुछ सुझाव दिए हैं.
इन लक्षणों को ना करें नज़रअंदाज़
स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया है कि कोविड से संक्रमित अधिकांश बच्चों में एसिम्टोमेटिक या हल्के लक्षण हो सकते हैं.
सामान्य लक्षणों में बच्चे को बुखार, खांसी, सांस फूलने/सांस लेने में तकलीफ, थकान, बदन दर्द, नाक बहना, गले में खराश, स्वाद या गंध न आने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. इसके अलावा कुछ बच्चों को आंत से संबंधी परेशानियां (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल) और अन्य लक्षण भी महसूस हो सकते हैं.
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों में मल्टी सिस्टम इन्फलेमेटरी (MSI-C) सिंड्रोम को लेकर ट्वीट करते हुए लोगों को सावधान रहने की हिदायत दी है और साथ ही कहा कि इसमें बच्चों को कई तरह की परेशानी जैसे निरंतर 38 डिग्री सेल्सियस तक बुखार, सार्स सीओवी-2 से संबंधित मल्टी सिस्टम इन्फलेमेटरी की दिक्कतों के साथ सिंड्रोम के क्लीनिकल लक्षण देखे जा सकते हैं.
फिलहाल कोरोना से रिकवर करने वाले बच्चों में अब मल्टी-सिस्टम इनफ्लेमेटरी सिंड्रोम (MSI-C) अब एक नई चुनौती के रूप में सामने आ रहा है. दिल्ली-एनसीआर में ही मल्टी-सिस्टम इनफ्लेमेटरी सिंड्रोम के 177 मामले सामने आए हैं. इनमें से भी अकेले दिल्ली में ही 109 केस हैं.
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