Health Tips: डिजिटल गैजेट्स की लत आपको बना रही इन बीमारियों का शिकार, हेल्दी रहना हैं तो करें आदतों को अवॉइड आंख एक प्रकार से कैमरे की तरह होती हें जो चारो ओर की वस्तुओं को देखकर उसके बारे मस्तिष्क में संकेत देती हे जिससे मनुष्य उस वस्तु को समझ कर देख पाते हे।आँखे हमारे लिए बहुत ही मूल्यवान है और इसलिए आँखों की उचित देखभाल करनी चाहिए। भोपाल की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनिता रमनानी के मुताबिक आज कंप्यूटर अथवा कंप्यूटर आधारित मशीनें जैसे की मोबाइल्, टेबलेट आदि इंसानो की जरूरत बन चुकी है और हम इसके बिना एक दिन भी नहीं रह सकते | जहां यह मशीनें हमें हर प्रकार की सुख सुविधाएं दे रही है, हमारे जीवन को और आसान बना रही है, वहीं इन मशीन पर ज्यादा काम करने से हमें कुछ नुकसान भी उठाने पड़ रहे है जो दिमागी, शारीरिक और समाजिक तीनो रूप से हमे कमजोर कर रहे है सबसे ज्यादा नुकसान तो बच्चो और युवाओ को हो रहा है।
कंप्यूटर, मोबाइल और टीवी के शरीर पर नुकसान
1. पूरा टाइम बंद कमरे में वक्त बिताते है और बाहर खेलने नहीं से फिजिकल एक्टिविटीज एवं क्रिएटिविटी कम होती जा रही है।
2. पढ़ाई पर बुरा असर, पढ़ने की क्षमता प्रभावित होने के साथ ही, गणित की योग्यता पर भी असर पड़ रहा है।
3. या तो खाने के प्रति रूचि कम हो जाती हे या बिना सोचे लगातार खाते रहने से अधिक खाने की लत के कारण- मोटापा बढ रहा है।
4. गलत तरीके से बैठने के कारण शरीर,गर्दन कंधे तथा रीढ़ की हड्डी में दर्द हो सकता है।
5. अंधेरे में फोन का अधिक इस्तेमाल करने से सिरदर्द, बेचैनी, कंपन, आंखें कमजोर हो रही है।
6. ब्लड सर्कुलेशन कम होने से दमा, ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन जैसी बीमारियां आसानी से घेर सकती है।
7. नींद में कमी के चलते उग्रता एवं मानसिक तनाव और स्वभाव में चिडचिडापन बढ रहा है।
8. रिश्ते भावनात्मक तौर पर कमज़ोर होते जा रहे है जिससे मेंटली अपसेट रहने लगे है।
9. हार्मफुल रेडिएशन से कैंसर का जोखिम भी बढ़ जाता है।
10 पुरुष बांझपन की समस्या- मोबाइल से निकलने वाली रेज पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या और क्षमता में बीस से तीस प्रतिशत तक की कमी कर देती हैं।
अगर बच्चे गैजेट का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, ये बातें सावधानियां ध्यान रखें

कंप्यूटर स्क्रीन को आंखों के लेवल से थोड़ा नीचे 20 इंच की दूरी में या अपने हाथ की लंबाई जितना दूर रखें।पहले से बच्चे की नजर कमजोर है तो कंप्यूटर या मोबाइल के इस्तेमाल के समय चश्मा जरूर लगवाएं।स्क्रीन देखते वक्त पलकें झपकाना न भूलें। इससे सूखेपन और धुंधलेपन की समस्या से बच सकते हैं।स्क्रीन और आस-पास में पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए। गैजेट की ब्राइटनेस को भी मेंटेन करें ताकि यह बहुत कम या बहुत तेज़ ना हो।आंखों को थकान होने पर रगड़ने से बचें क्योंकि इससे आंखों में संक्रमण की आशंका बढ़ सकती है।
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