Health Alert: आपके भी पैरों में होती है जलन तो इसे ना करें इग्नोर, इन 5 खतरनाक बीमारियों का हो सकता है संकेत
Health Alert: क्या आजकल लोगों में बीमारियों का बहुत खतरा बढ़ रहा है। सेहत पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। क्या आपको कभी पैरों में जलन हुई है? अगर आपको रेगुलर में पैरों में जलन नहीं रहती। जबकि, कुछ स्थितियों में ये एक लक्षण की तरह लगातार महसूस हो सकता है। तो, आइए आज हम आपको ऐसी 5 बीमारियों के बारे में बताते हैं जिनमें पैरों में जलन महसूस होती है।
पैरों में जलन का कारण हो सकती हैं ये 5 बीमारियां
1. विटामिन बी की कमी के कारण
विटामिन बी की कमी के कारण भी पैरों में जलन महसूस होती है। जैसे कि विटामिन बी 12, विटामिन बी 6, और विटामिन 9 की कमी तलवों में जलन और मांसपेशियों के दर्द का कारण बनती है। पर ये एक बीमारी का भी संकेत है जो कि विटामिन बी की कमी के कारण होती है। इसे बर्निंग फीट सिंड्रोम कहा जाता है। ऐसे में डॉक्टर को दिखाएं, विटामिन बी का सेवन बढ़ाएं और इसका इलाज करवाएं।
2.थायराइड कम होने के लक्षण
थायराइड ज्यादा हो या कम हो, दोनों ही स्थिति शरीर के लिए सही नहीं है। जी हां, आपको यह जान कर हैरानी हो सकती है कि थायराइड कम होने पर यानी कि हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति भी पैरों में जलन का कारण बन सकती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायरॉयड ग्रंथि का हार्मोन का उत्पादन अपर्याप्त होता है। यह भी पैरों में जलन पैदा करता है।
4.डायबिटीज
बढ़ा हुआ ब्लड शुगर ब्लड वेसेल्स और तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। यह पैरों सहित शरीर के विभिन्न हिस्सों में सनसनी को प्रभावित कर सकता है। ये ब्लड वेसेल्स की दीवारों को भी कमजोर करता है जो तंत्रिकाओं को ऑक्सीजन और पोषक तत्व ले जाती हैं। इससे धीमे-धीमे पैरों में तंत्रिका क्षति होने लगती है और पैरों का ब्लड सर्कुलेशन खराब होने लगता है जिससे पैरों में जलन महसूस होती है।
4. हाई ब्लड प्रेशर
अगर आपको सोते समय पैरों में जलन होती है तो ये हाई बीपी के कारण हो सकती है। ये स्थिति पैरों में जलन पैदा करती है। हाई ब्लड प्रेशर ब्लड सर्कुलेशन में कमी का कारण बन सकता है जिसके कारण त्वचा के रंग में परिवर्तन हो सकता है, पैरों का ब्लड सर्कुलेशन कम हो सकता है और ये जलन के साथ-साथ हाथ-पांव में तापमान बढ़ा सकता है जिससे जलन महसूस हो सकती है।
5. किडनी डैमेज का है शुरुआती संकेत
किडनी डैमेज को आप सीधे पैरों में जलन से नहीं जोड़ सकते हैं। लेकिन आपको समझना होगा कि किडनी डैमेज की शुरुआत में आपको यह लक्षण महसूस हो सकता है। दरअसल, जब किडनी डैमेज होने लगते हैं, तो अपशिष्ट शरीर से प्रभावी ढंग से फिल्टर नहीं हो पाता है। यह न्यूरोपैथी का कारण बनता है जिससे पैरों में जलन होती है।