इन आसान ब्रीदिंग एक्सरसाइज से फेफड़े बनाएं मजबूत, जानें यहां...
पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है. आपको बता दें इस महामारी में सबसे ज्यादा समस्या सांस की हो रही है. कोरोना हमारे लंग्स को कमजोर कर रहा है. ऐसे में डॉक्टर्स ब्रीदिंग एक्सरसाइज और प्राणायाम की सलाह दे रहे हैं. अगर अभी तक आपने इस पर ध्यान नहीं दिया है, तो अब ब्रीदिंग एक्सरसाइज करके फेफड़ों को मजबूत बनाने की कोशिश कर सकते हैं.
पहली एक्सरसाइज
किसी सपोर्ट के साथ सीधे बैठ जाएं या पीठ के बल लेट जाएं. एक हाथ छाती पर रखें और दूसरा पेट पर. नाक से सांस लें. सांस लेते वक्त ध्यान रखें कि आपका पेट बाहर की ओर आए और छाती वैसी ही रहे. सांस धीरे-धीरे 2 सेकेंड तक बाहर छोड़ें. इस दौरान आपका पेट अंदर की ओर जाना चाहिए.
दूसरी एक्सरसाइज
ऊपर बताई गई पोजिशन में ही बैठें. नाक से धीरे-धीरे सांस लें. मुंह से धीरे-धीरे सांस बाहर निकालें. ध्यान रहे इस दौरान होंठ से पाउट बनाएं या सीटी बजाने की मुद्रा में हों. आपको सांस लेने में जितना वक्त लगा था, सांस छोड़ने में लगभग दोगुना वक्त लगाएं. दोहराएं. आपको बता दें कि इस एक्सरसाइज को दिन में 3 बार कर सकते हैं.
अनुलोम विलोम
क्रॉस लेग पोजीशन में बैठ जाएं. बाएं नाक से सांस लें. इस दौरान दांए नाक को अंगूठे से बंद रखें. इस प्रक्रिया को अनुलोम कहते हैं. अब दाएं नाक से सांस छोड़ें और बाएं को बंद रखें. इसको विलोम कहते हैं. अब फिर से दाएं नाक से सांस लें और प्रक्रिया जारी रखें. ध्यान रखें अंदर सांस लेने और छोड़ने का अनुपात 1:2 होगा.
ब्रीदिंग एक्सरसाइज के ये भी हैं फायदे
- ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से स्ट्रेस कम होता है
- आप रिलैक्स होते हैं
- एकाग्रता बढ़ती है
- एनर्जी लेवल बढ़ता है
- नींद अच्छी आती है
आपको बता दें कि एक्सरसाइज या प्रणायाम स्ट्रेस और वजन को भी कम करने में मददगार साबित होता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो 20 साल की उम्र से हमारे लंग्स की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है. अगर आपको सांस से जुड़ी समस्याएं हैं जैसे क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज तो फेफड़ों की कार्य क्षमता और तेजी से घटती है.
नोट: अगर आपको सांस, फेफड़ों या हार्ट वगैरह से जुड़ी कोई समस्या या कोई मेडिकल समस्या है तो एक्सपर्ट की सलाह पर ही इन एक्सरसाइज को शुरू करें।
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