Eye Care Tips: आंखे बहुत ही नाजुक और संवेदनशील होती हैं। इनके साथ थोड़ी सी भी परेशानी हो तो तुरंत लक्षण दिखाई देने लगते हैं।आंखे आना या पिंक आई आंखों से जुड़ी ऐसी ही एक सामान्य समस्या है, जिसे चिकित्सीय भाषा में कंजक्टिवाइटिस कहते हैं। हमारी आंखों में एक पारदर्शी पतली झिल्ली, कंजक्टिवा होती है जो हमारी पलकों के अंदरूनी और आंखों की पुतली के सफेद भाग को कवर करती है, इसमें सूजन आने या संक्रमित होने को कंजक्टिवाइटिस या आंख आना कहते हैं।जब कंजक्टिवा की छोटी-छोटी रक्त नलिकाएं सूज जाती हैं, तब ये अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगती हैं और आंखों का सफेद भाग लाल या गुलाबी दिखने लगता है। इसलिए इसे पिंक आई भी कहा जाता है।इसे आंख आना या पिंक आई भी कहते हैं।
लक्षण
– आंखों का लाल या गुलाबी दिखाई देना।
– आंखों में जलन या खुजली होना।
-आसामान्य रूप से अधिक आंसू निकलना।
-आंखों से पानी जैसा या गाढ़ा डिस्चार्ज निकलना।
-आंखों में किरकिरी महसूस होना।
आंखों में सूजन आ जाना
रिस्क फैक्टर्स (जोखिम कारक)
-किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आना कंजेक्टिवाइटिस है।
-किसी ऐसी चीज के संपर्क में आना जिससे आपको एलर्जी है।
-रसायनों का एक्सपोज़र, जैसे स्विमिंग पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन के संपर्क में आना।
-लंबे समय तक कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल करना
कैसे रोकें?
-संक्रमित होने पर बार-बार अपने हाथ एवं चेहरे को ठंडे पानी से धोयें।
बार-बार आंखों को हाथ न लगायें।
निजी चीजों जैसे तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स आदि को किसी से साझा न करें
रूमाल, तकिये के कवर, तौलिये आदि चीजों को रोज़ धोएं
डॉक्टर के पास कब जाएं?
-आंखों में तेज दर्द होने पर।
-आंखों में तेज चुभन महसूस होना।
-नज़र धुंधली हो जाना।
-प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता।
-आंखें अत्यधिक लाल हो जाना।
ये भी पढ़ें: Weight Loss Tips: बिना वर्कआउट बिना डाइटिंग के घट जाएगा मोटापा, करें ये 5 काम