Liver Disease: आपकी इन खराब आदतों से खराब हो रहा है लिवर, 5 संकेत को पहचान तुरंत जाएं डॉक्टर के पास
Liver Disease: लिवर शरीर का एक अहम अंग होता है जिसका काम मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा जमा करना और शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को फिल्टर करना होता है। इसके खराब होने की वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि इसके संकेतों को पहचान कर तुरंत उपचार कराएं। आमतौर पर लिवर की बीमारी होने पर इसके लक्षण दिखाई नही देते हैं जिससे समय पर उपचार नही मिल पाता है और यह जानलेवा साबित होता है। यदि लिवर की बीमारी सही समय पर पता लग जाए तो इसका उपचार किया जा सकता है। इसलिए लिवर की बीमारी के लक्षण जानना जरूरी हो जाता है। आइए इस आर्टिकल में देखते हैं कि लिवर की बीमारी कैसे होती है, इसके लक्षण क्या होते हैं और इसके इलाज क्या हैं। तो आइए बताते हैं वो 5 संकेत जिसके जरिए पता लगा सकते हैं कि लिवर हेल्दी है या नहीं
1. मल का रंग पीला होना
पित्त लवण जो लिवर आमतौर पर स्त्रावित करता है, वो मल को अपना काला रंग देता है। अगर मल पीला या फिर पेशाब पिला होता है तो यह समस्या की तरफ इशारा करता है।इसके साथ ही ब्लड डाइजेशन ट्रैक से बहने के कारण काला,टेरी मल हो सकात है। जो गंभीर लिवर बीमारी में हो सकता है। इसलिए तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
2.शरीर पर मकड़ी के पैरों की तरह चकत्ता निकल आना
शरीर के हिस्से पर अगर मकड़ी के पैरों की तरह चकत्ता दिखाई देने लगे। तो यह भी संकेत लिवर की बीमारी से जुड़ी हो सकती हैं। ये अक्सर स्वस्थ्य महिलाओं में दिखाई दे सकते हैं। लेकिन अगर वे शरीर के ऊपरी हिस्से में या पुरुषों में ऐसा अधिक बार दिखाई दें तो यह लिवर की बीमारी का संकेत हो सकता है।
3.गहरे रंग का मूत्र
डार्क ऑरेंज, एम्बर, या ब्राउन यूरिन लिवर की बीमारी का संकेत दे सकता है। रंग बहुत अधिक बिलीरुबिन जमा होने का परिणाम है क्योंकि लिवर आमतौर पर इसे तोड़ नहीं रहा है। यदि आपको गहरे रंग का मूत्र दिखाई देता है, तो तुरंत डॉक्टर से बात करना आवश्यक है।
4.थकान और भ्रम की स्थिति पैदा होना
इसकी एटिओलॉजी के रूप में थकावट को लिवर की बिगड़ा हुआ चयापचय प्रक्रिया से जोड़ा जा सकता है। विषाक्त पदार्थ जो रक्त में जमा हो जाते हैं और लिवर रोग के कारण मस्तिष्क तक पहुंच सकते हैं और इसके काम को बाधित कर सकते हैं जिसकी वजह से भ्रम की स्थिति, चक्कर आना या भी खराब स्मृति का कारण बन सकते हैं।
5. पाचन संबंधी समस्याएं
विषाक्त पदार्थों के संचय से आंतों में परेशानी होती है, जो मतली और उल्टी को ट्रिगर करती है। खराब लिवर के परिणामस्वरूप भूख कम हो सकती है क्योंकि पाचन तंत्र के नियमन में लिवर अहम होता है।
लिवर रोगों के कारण
-धूम्रपान करना
-डायबिटीज
-आहार में अधिक नमक लेना
-अधिक सप्लीमेंट्स लेना
-ज्यादा दवाएं लेना
-मोटापा बढ़ना
-संक्रमण व अन्य बीमारियां
-कीमोथेरेपी (कैंसर के इलाज के लिए)