Ganesh Chaturthi Recipes: आखिर क्या है मोदक का पौराणिक महत्व? बप्पा को खुश करने के लिए जरूरी होते हैं मोदक, सीखें आसान रेसिपी

 
Ganesh Chaturthi Recipes: आखिर क्या है मोदक का पौराणिक महत्व? बप्पा को खुश करने के लिए जरूरी होते हैं मोदक, सीखें आसान रेसिपी
Ganesh Chaturthi Recipes:  इस बार 31 अगस्त 2022 दिन बुधवार के दिन भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि है। बुधवार के दिन गणेश चतुर्थी का होना इस व्रत के महत्व को और भी कई गुणा बढा रहा है क्योंकि गणेशजी स्वयं बुधवार के देवता हैं। गणपति उत्‍सव के दौरान भगवान का विशिष्‍ट भोग मोदक जरूर चढ़ाया जाता है।  मोदक के बगैर तो पूजा अधूरी मानी जाती है। गणपत‍ि का प्रिय भोग मोदक है और इसके पीछे एक पौराणिक कथा भी है। आइए जानतें वो मोदक का पौराणिक महत्व और इसे बनाने की रेसिपी एकदंत कथा के मुताबिक एकदंत कथा के मुताबिक एक बार गणपति जी माता पार्वती और भगवान शिव के साथ अनुसुइया के घर गए थे. माता अनुसुइया ने सोचा कि कि पहले बच्‍चे यानी गणपति जी को भोजन करा दें फिर बड़ों को खिलाएंगी लेकिन जब वह गणपति जी को खिलाने लगी तो वह खाते ही जा रहे थे. रुक ही नहीं रहे थे. गणपति की भूख खत्म ही नहीं हो रही थी. अनुसुइया ने सोचा कि कुछ मीठा खिला देती हूं तो शायद गणपति का पेट भर जाए. माता अनुसुइया ने गणेश जी को मोदक का एक टुकड़ा खिला दिया,जिसे खाते ही गणेश जी का पेट भर गया और उन्होंने जोर से डकार ली. इसके बाद भगवान शिव ने जोर-जोर से 21 बार डकार ली. तब से मोदक गणपति का प्रिय व्यंजन बन गया और इस कारण से ही उन्‍हें 21 मोदक चढ़ाने का विधान है। एक दूसरी दंतकथा के अनुसार एक दूसरी दंतकथा के अनुसार एक बार भगवान शिव सो रहे थे और गणेश जी द्वार पर पहरा दे रहे थे. तभी परशुराम वहां पहुंचे तो गणेश जी ने उन्हें द्वार पर रोक दिया. परशुराम क्रोधित हो गए और गणेश जी से युद्ध करने लगे. युद्ध में परशुराम ने शिव जी द्वारा दिए गए परशु से गणेश जी पर प्रहार कर दिया, जिससे गणेश जी का एक दांत टूट गया. दांत टूटने से गणेश जी को खाने चबाने में परेशानी होने लगी तो उनके लिए मोदक तैयार करवाए गए. मोदक मुलायम होते हैं और इसे चबाना नहीं पड़ता है, इसलिए गणेश जी ने पेट भर कर मोदक खाए तभी से मोदक गणपति का प्रिय व्यंजन बन गया। नोट करें बनाने की रेसिपी 50 ग्राम पिसी चीनी 150 ग्राम खोया 1/2 छोटा चम्मच पिसी हुई हरी इलायची चरण 1/4 खोया का मिश्रण बना लें खोया को कद्दूकस कर लें और चीनी और इलाइची पाउडर के साथ मिला लें। चरण 2/4 बॉल्स बनाएं और उनमें गुलकंद भरें मिश्रण को छोटे–छोटे बराबर आकार के गोल आकार में बाँट लें। प्रत्येक में एक चुटकी गुलकंद भरें और फिर से अपने हाथों के बीच बॉल्स बनानेके लिए रोल करें। चरण 3/4 मोदक बना लें स्टफ्ड राउंडेल को मोदक के आकार के सांचे में डालिये और आकार सेट कर लीजिये. बाहर निकाल कर सूखे गुलाब की पंखुडियों या ताज़ी गुलाब की पंखुडियों से सजाकर परोसें। ये भी पढ़ें: Ganesh Chaturthi Recipes: गुलाब मोदक से भगवान भगणेश को रिझाएं, टेस्ट के साथ खुशबू से मेहक जाएगा किचन,जानें इसकी आसान रेसिपी

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