Noida: फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़! नौकरी के नाम पर 200 लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाने वाले चार गिरफ्तार

 
Noida: फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़! नौकरी के नाम पर 200 लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाने वाले चार गिरफ्तार

गौतमबुद्ध नगर के सेक्टर-63 थाना नोएडा ने आज एक फर्जी कॉल सेंटर का भंड़ाफोड़ किया है. कॉल सेंटर के जरिए नामी कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 200 से अधिक लोगों के लाखों रुपए ठगने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से लेपटॉप, मोबाइल फोन (भिन्न-भिन्न कंपनी के), डैस्कटॉप मय कीबोर्ड माउस, जैसी इलेक्ट्रानिक डिवाइस, 27 हजार रुपये नगद व के-10 ऑल्टो कार बरामद हुई है. वहीं पुलिस अब इनके पूछताछ कर रही है.

दरअसल, सेक्टर-63 थाने में सुनील पुत्र त्रिलोकी चन्द निवासी बहलोलपुर ने दो मई को शिकायत दी थी कि अभिषेक और आलोक व उनके अन्य साथियों ने एक नामी कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी लेटर देकर 67,000 रुपये ठग लिए हैं. इसकी जांच करते हुए पुलिस ने छापेमारी की कार्रवाई करते हुए आज सेक्टर-60 स्थित एक कॉल सेंटर के अंदर बने अलग-अलग कैबिन में चार व्यक्ति बैठे मिले, जो डैस्कटॉप, मोबाइल फोन व वॉकी-टॉकी से काम कर रहे थे इनसे पीड़ित के साथ धोखाधड़ी के संबंध में जानकारी की गई तो उनके द्वारा धोखाधडी का किया जाना स्वीकार किया गया.

कॉल सेंटर का सरगना आलोक धोखाधडी के मामलें में पूर्व में भी थाना साइबर क्राइम चड़ीगढ से जेल जा चुका है. यहां पर फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर जॉब की तलाश में भटक रहे लोगों को ठगा जा रहा था. इनके पास से पुलिस ने 27,000 रुपए नकद व एक कार मिली है. आरोपितों की पहचान आलोक (जो कि फर्जी काल सेंटर संचालित कर रहा था), सतीश सिंह, उमेश और अभिषेक के रूप में हुई है. आरोपितों के खाते से अब तक पुलिस को 12 लाख का ट्रांजेक्शन मिला है.

पैसा कमाने के चक्कर में खोला फर्जी कॉल सेंटर

डीसीपी सेन्ट्रल रामबदन सिंह ने जानकारी देकर बताया है कि पूछताछ में पता चला कि गैंग के सरगना आलोक ने एक विश्वविद्यालय से बीसीए की पढ़ाई की हुई है. जल्द रुपये कमाने के चक्कर में उसने फर्जी कॉल सेंटर खोला, जिसमें उसने अपने साथ कुछ साथियों को पैसे का लालच देकर काम करने के लिए रखा, जो बेरोजगार युवक-युवतियों को फोन करने के लिए जॉब पोर्टल से डाटा चोरी करके उनके बारें में जानकारी इकट्ठा करते थे. इसके बाद उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उनके जॉब प्रोफाइल एवं शैक्षिक योग्यता के मुताबिक नामी कम्पनी में नौकरी दिलाने का नाटक रचते थे. इसके बाद नौकरी पाने के इच्छुक युवक-युवतियों से प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 1900 रुपए, प्रोसेसिंग फीस आ जाने के बाद वेरिफिकेशन और रिज्यूम अपडेट करने के नाम पर अपने खाते में पैसा डलवा लेते थे.

कॉल सेंटर के सरगना आलोक उपरोक्त द्वारा यह भी बताया गया कि अब तक वह अपने साथियों के साथ मिलकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर करीब 100-200 लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी कर चुके हैं. आरोपितो ने बताया कि ये लोग करीब 05 माह से फर्जी कॉल सेंटर खोलकर ठगी कर रहे थे. पुलिस की नजर में ये फर्जी नौकरी लगवाने वाला कॉल सेंटर न आए इसलिए ये लोग समय-समय पर अपना ऑफिस बदल लेते थे. कॉल सेंटर पर बेरोजगारों युवक-युवतियों से उनकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार नामी कम्पनी मे नौकरी दिलाने के नाम पर रकम ऐंठते थे, जिनका हजार रुपए से लेकर लाखों रुपए तक रेट तय कर रखा था.

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