Basant Panchami 2022: अगर आपके बच्चे का भी मन नहीं लगता है पढ़ाई में, तो इस दिन कीजिए ये खास उपाय

 
Basant Panchami 2022: अगर आपके बच्चे का भी मन नहीं लगता है पढ़ाई में, तो इस दिन कीजिए ये खास उपाय

Basant Panchami 2022: माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी (Basant panchami) के रुप में मनाया जाता है. इस दिन ज्ञान, वाणी, बुद्धि और विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है. वहीं इस दिन को बच्चों की पढ़ाई शुरु कराने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन ज्ञान, वाणी, बुद्धि और विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है. वहीं इस दिन को बच्चों की पढ़ाई शुरु कराने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है.

ऐसी मान्यता है कि आज के दिन विद्यार्थी मां सरस्वती की आराधना करते हैं, तो उनपर सरस्वती मां की कृपा बनी रहती है. साथ जो विद्यार्थी पढ़ाई में कमज़ोर हैं या उनका मन नहीं लगता उनके लिए ये दिन और भी महत्त्वपूर्ण होता है. इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिससे विद्यार्थीयों का पढ़ाई में मन लगेगा और हर क्षेत्र में सफ़लता प्राप्त होगी.

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▪️ आपको बता दें कई बार वास्तुदोष के कारण भी बच्चों का मन पढ़ाई में नही लगता और उन्हें सफ़लता नहीं मिल पाती. इसलिए छात्रों को पढ़ाई के समय ध्यान रखना चाहिए कि वो कहां पढ़ रहे हैं, या पढ़ते वक्त उनका मुख किस तरफ है. पढ़ाई में सफ़लता के लिए परिश्रम के साथ-साथ अध्ययन की सही दिशा का होना आवश्यक है.

▪️ पढ़ाई करने के लिए पूर्वी, उत्तर या उत्तर पूर्वी दिशा को सबसे अच्छा माना गया है. इसके पीछे ये कारण है कि इन दिशाओं से सकारात्मक ऊर्जाओं का प्रवाह होता है. इसलिए पढ़ाई के वक्त इन्हीं दिशाओं में अपना मुख रखें.

▪️वहीं पढ़ाई की मेज की बात करें तो उसे रखने की सबसे सही जगह उत्तर जोन है. इससे बच्चे करियर पर सबसे अधिक ध्यान देते है.

▪️बसंत पंचमी के दिन विद्यार्थियों को सफेद या पीले वस्त्र धारण करने चाहिए. उसके बाद ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) की तरफ बुद्धि के देवता श्री गणेश और विद्या की देवी मां सरस्वती की तस्वीर लगाएं.

▪️साथ ही मां सरस्वती की विधि पूर्वक से पूजा करें. इस दौरान उनको पीले पुष्प, पीले रंग की मिठाई या खीर अर्पित करना ना भूलें.

▪️ इस दिन विद्यार्थियों को केसर या पीले रंग का चंदन का टीका ज़रूर लगाना चाहिए और पीले रंग के वस्त्र किसी को भेंट करने चाहिए. साथ में पूजा के स्थान पर किताबों को रखें इससे विद्या की देवी मां सरस्वती का आशीष प्राप्त होता है.

▪️ वहीं अगर विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन नहीं लगता तो उन्हें इस दिन मां सरस्वती के मूल मंत्र 'ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः' का जाप करना चाहिए. जाप करते वक्त स्वच्छ स्थान पर बैठें और उत्तर दिशा की ओर मुख रखें.

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