{"vars":{"id": "109282:4689"}}

Chaitra Navratri 2023: नवरात्र शुरू होने से पहले ही जान लें, घटस्थापना और कलश स्थापना का मुहूर्त

 

Chaitra Navratri 2023: हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व देवी माता के नौ स्वरूपों की आराधना के तौर पर मनाया जाता है. यही कारण है कि नवरात्रि के 9 दिन तक देवी माता के भक्त उनकी विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं और उनका आशीर्वाद पाते हैं, इस बार 21 मार्च से नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है, लेकिन उदया तिथि लगने की वजह से नवरात्रि का पर्व 22 मार्च से मनाया जाएगा. चैत्र के महीने में मनाया जाने वाला नवरात्रि का पर्व बेहद धार्मिक महत्व रखता है. वैसे तो साल भर में कुल 4 बार नवरात्रि मनाई जाती है, लेकिन चैत्र के महीने में मनाए जाने वाली नवरात्रि विशेष तौर पर बेहद पूजनीय है. ऐसे में यदि आप भी नवरात्रि के दिनों में माता रानी की विशेष तौर पर पूजा अर्चना करके पुण्य कमाना चाहते हैं, तो आपको अवश्य ही चैत्र नवरात्रों का शुभ मुहूर्त जानना चाहिए. तो चलिए जानते हैं….

चैत्र नवरात्रि 2023 के नौ दिन

22 मार्च - घटस्थापना
23 मार्च - मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
24 मार्च - मां चंद्रघण्टा पूजा
25 मार्च - मां कुष्माण्डा पूजा
26 मार्च - मां स्कंदमाता पूजा
27 मार्च - मां कात्यायनी पूजा
28 मार्च
- मां कालरात्री पूजा
29 मार्च - मां महागौरी पूजा
30 मार्च - मां सिद्धीदात्री पूजा

चैत्र नवरात्रि का शुभ मुहूर्त

घटस्थापना शुभ मुहूर्त (22 सुबह 6 बजकर 12 मिनट से 7 बजकर 49 मिनट तक)

चैत्र नवरात्रि (प्रतिपदा तिथि 21 मार्च 2023 से रात 10 बजकर 55 मिनट से शुरू)

उदया तिथि (22 मार्च को रात 8 बजकर 25 मिनट से शुरू)

चैत्र नवरात्रि की सामान लिस्ट

हवन कुंड, चौकी, रोली, मौली, पुष्पहार, बेलपत्र, कमलगट्टा, दीपक, दीपबत्ती, नैवेद्य, शहद, शक्कर, पंचमेवा, जायफल, लाल रंग की गोटेदार चुनरीलाल रेशमी चूड़ियां, सिंदूर, आम के पत्‍ते, लाल वस्त्र, लंबी बत्ती के लिए रुई या बत्ती, धूप, अगरबत्ती, माचिस, कलश, साफ चावल, कुमकुम,मौली, श्रृंगार का सामान, दीपक,हवन के लिए आम की लकड़ी, जौ, घी या तेल ,फूल, फूलों का हार, पान, सुपारी, लाल झंडा, लौंग, इलायची, बताशे या मिसरी, असली कपूर, उपले, फल व मिठाई.

ये भी पढ़ें:- इस बार पंचक के दिनों में शुरू हो रहे हैं चैत्र नवरात्र, जानें पूजन का सही तरीका

दुर्गा चालीसा व आरती की किताब,कलावा, मेवे, मां दुर्गा की फोटो, सिंदूर, केसर, कपूर, धूप,वस्त्र, दर्पण, कंघी, चूड़ी, सुगंधित तेल, चौकी, चौकी के लिए लाल कपड़ा, पानी वाला जटायुक्त नारियल, दुर्गासप्‍तशती किताब, बंदनवार आम के पत्तों का, फुल, दूर्वा, मेंहदी, बिंदी, सुपारी साबुत, हल्दी की गांठ, पटरा, आसन, पांच मेवा, घी, लोबान,गुग्गुल, लौंग, कमल गट्टा,सुपारी, कपूर.