Chanakya Niti: अगर इन बातों का कर लिया पालन तो व्यापार में कभी नहीं होगा नुकसान, सफलता चूमेगी आपके कदम

 
Chanakya Niti: अगर इन बातों का कर लिया पालन तो व्यापार में कभी नहीं होगा नुकसान, सफलता चूमेगी आपके कदम

Chanakya Niti: आज के समय में अपने जीवनयापन के लिए लोग हर क्षेत्र में प्रयास कर रहे हैं. कोई सरकारी नौकरी की होड़ में लगा है तो कोई अपना पेट पालने के लिए कड़ी मेहनत-मजदूरी कर रहा है. ऐसे में प्राइवेट नौकरी करने वालों को भी काफी परेशानी होती है. जिसके चलते आज अधिकतर लोगों का मन व्यापार करने में ज्यादा उतावला होने लगा है. लेकिन व्यापारी बनने के लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है. जिसके विषय में जानने के लिए आपको चाणक्य नीति पढ़नी होगी.

दरअसल चाणक्य नीति भारत के महान विद्वान चाणक्य द्वारा लिखी गई एक ज्ञान की नीति है. जिसमें मनुष्य की सफलता से लेकर उसकी असफलता तक के कारणों का उल्लेख किया गया है. यदि आप व्यापार करने का विचार कर रहे हैं तो इससे पहले आप चाणक्य की इन बातों को जरूर पढ़ लें.

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मुनाफा और नुकसान का आकलन

कोई भी व्यापार शुरू करने से पहले आपको व्यापार से जुड़ी सारी जानकारी अवश्य लेनी चाहिए. अपने प्रतियोगियों और व्यापार से जुड़े पूरे मार्केट को समझना आपके लिए जरूरी है. इसके अलावा व्यापार में आपको किन कारणों से नुकसान हो सकता है और किन शक्तियों के साथ आपको लाभ मिलेगा इस बात की जानकारी भी आपको होनी चाहिए. ऐसे आकलनों के साथ ही आप किसी व्यापार को शुरू करने का विचार मन में ठान सकते हैं.

बाहरी व्यक्तियों को ना हो व्यापार की भनक

एक नया व्यापार को शुरू करने से पहले चाणक्य ने कहा है कि आपके व्यापार शुरू करने के विचार के विषय में किसी दूसरे व्यक्ति को पता नहीं चलना चाहिए. इसके अलावा आपको अपनी योजना के विषय में किसी दूसरे को नहीं बताना चाहिए. क्योंकि कई लोग होते हैं जो आपकी योजनाओं में बाधा बनकर आपके सामने आ सकते हैं.

नकारात्मक लोगों से रहें दूर

यदि आप व्यापार शुरू करने की मन में ठान चुके हैं तो नकारात्मक लोगों से सबसे पहले दूर हो जाइए. ऐसे लोग आपके व्यापार को शुरू होने से पहले ही गिराने की कोशिश करते हैं. नकारात्मक लोगों की बातों को मानकर आप अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार सकते हैं.

व्यापार के विचार को बीच में ना रोकें

चाणक्य के अनुसार यदि आप व्यापार करने के लिए आगे बढ़ चुके हैं तो किसी भी कारण से उसे बीच में ना रोके. आपको यह ध्यान में रखना होगा कि एक बीज को भी पेड़ बनने में समय लगता है. ऐसे में आपके व्यापार को भी बढ़ने में समय लगेगा लेकिन अवश्य ही वह आपके लिए सुखदायक और फलदायक रहेगा.

वाणी में मधुरता है बेहद जरूरी

चाणक्य के अनुसार अपने कोई भी कार्य के लिए वाणी की मधुरता एक सबसे बड़ा हथियार होती है. आप अपने व्यापार में अपनी मधुर वाणी के जरिए कोई भी काम आसानी से पूरा कर सकते हैं. इसीलिए बेहद जरूरी है कि आप लोगों से मिलते वक्त उनसे मधुर भाषा में बात करें. ताकि आपके बड़े से बड़े काम बन जाए और लोग व्यापार में आपके साथ जुड़ने के लिए तैयार हो जाए.

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