Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य द्वारा व्यक्ति को जीवन में तरक्की पाने के अनेक उपाय सुझाए गए हैं. चाणक्य की मानें तो हर व्यक्ति को अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए कुछ एक बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए.
यही कारण है कि चाणक्य नीति में एक आम आदमी को जीवन की परिस्थितियों में किस तरह का व्यवहार करना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
इसी तरह से चाणक्य ने युवाओं को सही पथ दिखाते हुए चाणक्य नीति में सफलता पाने के कई एक तरीके बताए हैं, जिनमें से एक तरीका है हंस के जीवन से सीख लेना. जिसके बारे में आगे हम जानने वाले हैं.

हंस के जीवन से जरूर सीखें यह बातें
अनन्तशास्त्रं बहुलाश्च विद्या अल्पं च कालो बहुविघ्नता च ।
आसारभूतं तदुपासनीयं हंसो यथा क्षीरमिवाम्बुमध्यात् ।।
उपरोक्त श्लोक के अनुसार, चाणक्य का कहना है कि जिस तरह से हंस पानी और दूध में अंतर करते हुए केवल दूध को ही ग्रहण करता है, ठीक उसी प्रकार से मानव को भी केवल वही ज्ञान ग्रहण करना चाहिए, जोकि आवश्यक है.

एक जीवन ब्रह्मांड में मौजूद ज्ञान को पाने के लिए काफी छोटा पड़ जाता है, ऐसे में यह बिल्कुल भी संभव नहीं है कि मनुष्य अपने एक जीवन में संपूर्ण ज्ञान प्राप्त कर ले, आवश्यक है कि व्यक्ति अपनी आवश्यकतानुसार जरूरी ज्ञान को ग्रहण कर ले,
ताकि परिस्थिति अनुसार उसे उस ज्ञान का फायदा हो सके और अपने जीवन को सफलता सीढ़ी तक ले जा सके. क्योंकि यदि कोई भी व्यक्ति जो आधा अधूरा ज्ञान रखता है, वह उसके लिए किसी जहर से कम नहीं होता.
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ऐसे में आपको भी हंस की भांति पानी और दूध में से दूध रूपी ज्ञान को ग्रहण करके अपने जीवन को सफलता के उच्च शिखर पर अवश्य ले जाना चाहिए.