Chanakya Niti: चाणक्य नीति में हमें कई ऐसी बातें बताई जाती हैं जिनको समझने से हमारे जीवन की कई समस्याएं दूर हो जाती है. इसी के साथ चाणक्य ने व्यक्ति को बड़े से बड़े संकट से उबरने के भी उपाय बताए हैं. यदि आप चाणक्य नीति के उपायों को अपनाते हैं तो आप हर संकट से पार हो सकते हैं.
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चाणक्य नीति में कहा गया है कि आपको वहीं जाना चाहिए, जहां आपका आदर सत्कार हो. आपको वहीं खाना चाहिए जो आपको पच जाए. आपको उस व्यक्ति को ही अपनी बात बतानी चाहिए जो आपकी बातों को ना उड़ाएं. आपको उसे नहीं मनाना चाहिए जो सच बोलने पर चिढ़ जाए.
चाणक्य के अनुसार, इन बातों का जरूर रखें ध्यान…
ज्ञान है जरूरी
आचार्य का मानना था कि ज्ञान के बिना मनुष्य कुछ नहीं है. उसका जीवन बेकार है. एक अज्ञानी व्यक्ति कभी समाज में सम्मान हासिल नहीं कर सकता. यह संसार ज्ञान का भंडार है इसलिए ज्ञान जहां मिले वहां प्राप्त कर लेना चाहिए.
एक दूसरे का करें सम्मान
चाणक्य नीति के अनुसार, ब्राह्मणों की शक्ति विद्या है, अतः उन्हें विद्या को बढ़ाते रहना चाहिए. राजाओं की शक्ति उसकी सेना है, अतः अपनी सेना को बढ़ाते रहना चाहिए. शूद्रों का बल दूसरों की सेवा करना है, अतः उन्हें श्रेष्ठ लोगों की सेवा करते रहना चाहिए.
धैर्य है जरूरी
जब किसी व्यक्ति के जीवन में विकट परिस्थितियां आती है तब उसका धैर्य बनाए रखना बेहद जरूरी है. यदि मनुष्य के अंदर गहरी है तो वह बड़े से बड़े संकट निकल सकता है.
सेहत है संकट से उबरने का साधन
चाणक्य नीति के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ ना करें. क्योंकि जीवन में संकट आते हैं पर इन संकट से आप तभी निपट सकते हैं जब आपकी सेहत अच्छी होगी. आप किसी परिस्थिति से कभी निकल सकते हैं जब आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होंगे.