Sakat vrat 2023: सकट का व्रत हिंदू धर्म में बेहद अहम माना गया है. इस दिन मुख्य तौर पर महिलाएं अपनी संतान की दीर्घायु के लिए व्रत का विधि विधान से पालन करती हैं.
साथ में भगवान गणेश की आराधना भी करती हैं. सकट का व्रत माताओं द्वारा अपने पुत्र के जीवन में हमेशा खुशियों का आगमन हो, इसके लिए बेहद विधि विधान से रखा जाता है.
सकट के व्रत का पारण चंद्र देवता के दर्शन के बाद ही होता है, ऐसे में सकट का त्यौहार हर माता के लिए बेहद अहम होता है. ऐसे में सकट के दिन आपको किस तरह से पूजा करना चाहिए,
जिससे भगवान गणेश आप से प्रसन्न होकर आपकी संतान पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें, इसके बारे में चलिए जानते हैं….
सकट का शुभ मुहूर्त
10 जनवरी 2023 को 12:09 PM
11 जनवरी 2023 को 02:31 PM
सकट की पूजा विधि
इस दिन स्नान आदि से निर्वत होकर गणेश जी का चौक सजाएं.
इसके बाद माताएं भगवान गणेश की मूर्ति को एक साफ कपड़ा बिछाकर स्थापित करें.
उसके बाद भगवान गणेश के सामने दिया और अगरबत्ती जलाएं और उन्हें फूल चढ़ाएं.
आज के दिन कई जगह पर तिल और गुड़ को मिलाकर बकरा बनाया जाता है, उसके बाद उसे काटा जाता है.
आज के दिन व्रत का संकल्प लेने से पहले गणेश जी के मंत्रों का और आरती का जाप अवश्य करें.
सकट के व्रत का पालन करते समय आपको सकट के व्रत की कथा का पाठ अवश्य करना चाहिए, अन्यथा आपकी पूजा अधूरी मानी जाती है.
सकट के दिन यदि आप व्रत का पारण चंद्र का दर्शन करने के पश्चात करते हैं, तो अवश्य ही आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दौरान आपको चंद्रमा को अघ्र्य देना चाहिए.
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इसके दिन आपको गणेश जी को तिल और गुड़ के लड्डू का भोग लगाना चाहिए, और गणेश जी के मंत्र ओम गणपति नमः का 108 बार जाप करना चाहिए. इसे गणपति भगवान आपकी संतान के जीवन में हमेशा सुख शांति बनाए रखते हैं.