Geeta Jayanti 2022: इस दिन लक्ष्मी जी को चढ़ाएं ये खास फूल, जीवन में मिल जाएगा हर परेशानी का हल

 
Geeta Jayanti 2022: इस दिन लक्ष्मी जी को चढ़ाएं ये खास फूल, जीवन में मिल जाएगा हर परेशानी का हल

Geeta Jayanti 2022: हिंदू धर्म में गीता एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ माना जाता है. इस ग्रंथ में लिखे गए श्लोक किसी भी व्यक्ति का जीवन बदल सकता है. क्योंकि इस ग्रन्थ के 18 श्लोकों में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो ज्ञान दिया,

वह हर व्यक्ति के जीवन को साकार बनाने में सक्षम है. यह ग्रन्थ वास्तव में एक पूजनीय ग्रंथ है. जिसकी हर साल जयंती भी मनाई जाती है. गीता एक मात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसकी देशभर में जयंती मनाई जाती है.

आपको बता दें, हर साल भारतवर्ष में मार्गशीर्ष शुक्‍ल एकादशी के द‍िन गीता जयंती मनाई जाती है. इस साल 2023 में यह तिथि 3 द‍िसंबर 2023 को पड़ रही है. ऐसे में इस दिन गीता जयंती को विशेष पूजा पाठ के साथ मनाया जाना लाभकारी माना जाएगा.

गीता जयंती के दिन कुछ विशेष उपाय करने से आपके जीवन की तमाम परेशानियों का अंत हो सकता है. इन उपायों को गीता जयंती के दिन करने से ही आपको विशेष लाभ की प्राप्ति होती है.

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Geeta Jayanti 2022: इस दिन लक्ष्मी जी को चढ़ाएं ये खास फूल, जीवन में मिल जाएगा हर परेशानी का हल
Image Credit:- thevocalnewshindi

गीता जयंती के दिन इन उपायों से होगा लाभ…

पीला फूल देगा आर्थिक मजबूती

यदि आप आर्थिक रूप से काफी परेशान है तो गीता जयंती के दिन इस उपाय को करने से आपका जीवन सफल हो सकता है. इस उपाय में आप गीता जयंती के दिन भगवान श्री कृष्ण के मंदिर में पीला फूल अर्पित करें. श्रीकृष्ण की कृपा से आपको विशेष लाभ प्राप्त होगा. साथ ही आप इस दिन लक्ष्मी मााता को भी पीला फूल चढ़ाकर लाभ कमा सकते हैं.

बगीचे में लगाएं ये पेड़ होगा कल्याण

यदि आप धन धान्य व समृद्धि से परिपूर्ण होना चाहते हैं तो गीता जयंती के दिन अपने घर के बगीचे में दो केले के पेड़ अवश्य लगाएं. इसके बाद इन पेड़ों में आने वाले केले के फलों का दान करें. यह उपाय वास्तव में आपके लिए शुभ रहेगा.

Geeta Jayanti 2022: इस दिन लक्ष्मी जी को चढ़ाएं ये खास फूल, जीवन में मिल जाएगा हर परेशानी का हल
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तुलसी की माला का उपाय

यदि आप अपने जीवन में तरक्की चाहते हैं तो गीता जयंती के दिन भगवान श्री कृष्ण को तुलसी की माला अर्पित करें. इसके साथ ही ऊं क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि परमात्मने प्रणतः क्लेश्नाशय गोविदाय नमो नमः इस मंत्र का 108 बार जाप करें.

इसके अलावा गीता जयंती के दिन 'ऊं नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करने से आपके कई कष्टों का अंत होता है.

11वीं और 18वें अध्याय के पाठ का लाभ

गीता जयंती के पावन पर्व पर गीता के 11वें विश्वरूप दर्शन योग तथा 18वें अध्याय मोक्षसंन्यास योग का पाठ करने से भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जो भक्त ऐसा करता है उसकी मनोकामना की भी पूर्ति होती है.

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गीता जयंती पर होगा भाग्योदय

इस साल 3 दिसंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहा है. इस दिन मोक्षदा एकादशी और गीता जयंती दोनों ही मनाई जाएगी. ऐसे में इस गीता जयंती को व्रत रखने से व गीता का पाठ करने से आपके भाग्य लाभ में वृद्धि होगी.

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