Lord devnarayan: भगवान विष्णु के अवतार देवनारायण स्वामी राजस्थान समेत पूर्ण देश में विख्यात है. जिनके 111वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री मोदी जी राजस्थान के भीलवाड़ा पहुचेंगे, जहां देवनारायण स्वामी के महोत्सव को लेकर काफी तैयारियां चल रही हैं.
ऐसे में क्या आप जानते हैं कि कौन हैं देवनारायण स्वामी? जिनको देश के गुर्जर समाज के लोग काफी पूजते हैं. जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. देवनारायण भगवान जी का मंदिर राजस्थान के भीलवाड़ा में स्थित है,
जहां उनके लाखों भक्त मौजूद हैं. ऐसे में आज हम आपको देवनारायण भगवान से जुड़े रहस्य के बारे में बताने वाले हैं, जिनके बारे में जानकर आपको अवश्य ही आश्चर्य प्रतीत होगा, चलिए जानते हैं….
भगवान देवनारायण से जुड़ा रहस्य
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में देवनारायण जी का जन्म आसींद क्षेत्र के मालासेरी गांव में हुआ था. इनके पिता राजा सवाई भोज थे और माता का नाम साढू खटानी था. देवनारायण जी का जन्म माघ महीने के शुक्ल पक्ष की छठवीं तिथि को हुआ था.
नारायण जी ने भगवान विष्णु की कठिन तपस्या करके अपने जीवन का उद्धार किया था. ऐतिहासिक स्त्रोतों की मानें तो देवनारायण जी ने अपनी शक्तियों के दम पर अनेक ऐसे काम संपन्न किए, जिस कारण लोगों में भगवान के तौर पर पूजने लगे.
जैसे उन्होंने सूखी नदी को पानी से भर दिया, बीमार व्यक्ति को ठीक कर दिया और मृत व्यक्ति को जीवित करने का चमत्कार भी करके दिखाया है, तभी से देवनारायण को भगवान के तौर पर पूजा जाने लगा,
जो कि भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं. देवनारायण ने भगवान विष्णु के कृष्ण अवतार की तरह ही गोवंश की रक्षा की थी, जिनके पास करीब 98000 गायें थीं. इतना ही नहीं अपने पराक्रम और शौर्य के चलते अजमेर पर शासन किया था.
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तभी से राजस्थान के गुर्जर समाज के लोग भगवान देवनारायण को ईश्वर के तौर पर पूजते हैं, जिनके 111 वें जन्मोत्सव के तौर पर इस बार प्रधानमंत्री मोदी भी उनके कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले हैं.