{"vars":{"id": "109282:4689"}}

Masik Shivratri 2023: भोलेनाथ के भक्तों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है मासिक शिवरात्रि का व्रत, जानें लाभ

 

Masik Shivratri 2023: हिंदू धर्म में भगवान शिव को देवों के देव महादेव की उपाधि दी गई है. भगवान शिव जिन्हें त्रिदेव में सबसे प्रमुख माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति भगवान शिव की विधि विधान से पूजा अर्चना करता है, उसके जीवन में अवश्य ही भोलेनाथ अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं. भोलेनाथ की कृपा के चलते व्यक्ति को जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं उत्पन्न होने पाती. ऐसे में यदि आप भी भगवान शिव के भक्त हैं और उनकी कृपा का लाभ पाना चाहते हैं,

तो आपको जरूर ही भगवान शिव से जुड़े मासिक शिवरात्रि के व्रत का पालन अवश्य करना चाहिए, विशेष तौर पर मासिक शिवरात्रि के व्रत रखने से आपको भोलेनाथ के अलावा माता पार्वती का भी आशीर्वाद मिलता है, ऐसे में आज यानी 20 मार्च से मासिक शिवरात्रि का व्रत शुरू हो रहा है और आज सोमवार के दिन भोलेनाथ को खुश करने के लिए मासिक शिवरात्रि के व्रत बेहद लाभदायक साबित हो सकते हैं. तो चलिए जानते हैं….

मासिक शिवरात्रि के व्रत का पालन करने से लाभ

मासिक शिवरात्रि के व्रत का पालन माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए किया था, ऐसे में जिन कन्याओं को सुयोग्य वर की तलाश है, वह मासिक शिवरात्रि के व्रत का पालन कर मनचाहा वर का आशीर्वाद प्राप्त कर सकती हैं.

मासिक शिवरात्रि का व्रत दंपत्ति द्वारा संतान सुख की कामना हेतु भी रखा जाता है. इसके अलावा जो लोग अपने जीवन में अखंड सौभाग्य की प्राप्ति करना चाहते हैं, वह भी मासिक शिवरात्रि के व्रत का विधि-विधान से पालन करते हैं.

ये भी पढ़ें:- भोलेनाथ जैसा जीवनसाथी पाने के लिए इस दिन जरूर करें व्रत का पालन, होगा लाभ

इस दिन व्रत का विधि विधान से पालन करने पर आपके दांपत्य जीवन में खुशियां बरकरार रहती हैं. इसके अलावा आपको गृहस्थी का सुख प्राप्त होता है.

मासिक शिवरात्रि के व्रत का पालन वह व्यक्ति भी करते हैं जो अपने जीवन में धन की कामना या प्राप्ति करना चाहते हैं, मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के व्रत के दौरान रात्रि के समय शिवलिंग की विधि विधान से उपासना करने पर आपकी यह इच्छा पूर्ण होती है.

मासिक शिवरात्रि के व्रत का शुभ मुहूर्त

चतुर्दशी तिथि आरंभ (20 मार्च 2023 को सुबह 04 बजकर 55 मिनट पर शुरू)

तिथि समापन (21 मार्च 2023 को प्रात: काल 01 बजकर 47 मिनट तक)

शिव पूजा का समय (प्रात: 12.05 - प्रात: 12.52 तक)