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Pitru Paksh or Shanidev: पितरों का श्राद्ध ना करने पर क्रोधित हो जाते हैं शनिदेव, बनाते हैं दंड का भागीदार

 

Pitru Paksh or Shanidev: शनि देव को न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है. हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूर्य के पुत्र शनि देव, लोगों को उनके कर्मों के लिए पुरस्कृत या दंडित करते हैं. ऐसा माना जाता है कि जो लोग शनि देव की शुभ पुस्तकों में रहते हैं, वे जीवन में अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन जिस पर शनि देव की कुदृष्टि पड़ जाती है, उसका सर्वनाश निश्चित होता है.

हिंदू पौराणिक कथाओं में अनिवार्य रूप से कहा गया है कि शनि देव को खुश रखने के लिए जीवन भर अच्छे कर्म करने पड़ते हैं. ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप शनि देव को प्रसन्न कर सकते हैं. अतः शनि देव को प्रसन्न रखने के लिए अथवा उनके प्रकोप से बचने के लिए आपके अंदर ये गुण होने चाहिए.

दान-धर्म के काम करने से शनि देव होंगे प्रसन्न

मान्यताओं के अनुसार, जो लोग अपने जीवन में दान - पुण्य करते हैं, धर्म के कार्य करते हैं उनसे शनि देव कभी भी रुष्ठ नहीं होते हैं. इतना ही नहीं शनिवार के दिन काले चने, काले तिल, उड़द की दाल, तेल, कपड़े आदि दान करने वालों से शनि देव अधिक प्रसन्न होते हैं.

कुत्तों की सेवा दूर होंगे शनि के सभी कष्ट

माना जाता है कि जो लोग कुत्तों की सेवा करते हैं उन पर शनि देव की विशेष कृपा बनी रहती है. ऐसे लोगों को शनि देव धन से कंगाल होने नहीं देते हैं. कुत्तों की सेवा के साथ ही उन्हें सरसों के तेल में रोटी भिगोकर खिलाने से राहु-केतु दोष से भी मुक्ति मिल जाती है.

शनिवार को व्रत, चालीसा का मिलता है लाभ

शनिवार का दिन शनिदेव का दिन होता है. इस दिन शुभ कार्यों तथा पूजा अर्चना करने का लाभ शनि देव भरपूर प्रदान करते हैं. जो लोग नियमित रूप से शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ, व्रत, दिया बाती जलाना इत्यादि करते हुए शनि देव उनके जीवन में कभी भी अंधकार नहीं आने देते हैं.

पीपल का पेड़ की पूजा शनि देव को करती है प्रसन्न

पेड़ लगाना प्रकृति प्रेमियों को सबसे प्रिय होता है. लेकिन यदि आप पीपल का पेड़ लगाते हैं तो आपसे प्रकृति ही नहीं अपितु शनि देव भी प्रसन्न हो जाएंगे. शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों का दीपक जलाने से शनि देव की असीम कृपा प्राप्त होती है. साथ ही धन की कमी भी दूर हो जाती है.

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समय पर पितरों का श्राद्ध करने वाले के लिए शनिदेव होते है फलदाई

हिंदू कैलेंडर में हर साल पितृ पक्ष का समय आता है. जिसमें अपने मृत पूर्वजों के लिए श्राद्ध व तर्पण करना अनिवार्य होता है. जो लोग इस पक्ष में अपने पितरों का श्राद्ध, पिंडदान आदि उचित समय पर करते हैं, शनि देव उनसे प्रसन्न होते हैं. ऐसे लोगों पर शनि देव की कृपा सदा बनी रहती है.