जलवायु परिवर्तन ने पृथ्वी के पांच बुनियादी तत्वों को प्रभावित किया है: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला

NEYP 2022: More than 3,000 students from 156 Universities across India participate

संसद भवन में मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च एवं स्टडीज और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि (पि एस जी) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद 2022 (एन ई वाई पी 2022) में भारत भर के 156+ विश्वविद्यालयों के 3,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। एनईवाईपी 2022 के पुरस्कार और समापन सत्र की मेजबानी मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज ने 16 अप्रैल को संसद भवन में पीएसजी के साथ की।

लोकसभा में एनईवाईपी 2022 के ट्रेजरी और विपक्षी बेंच के बीच दो वाद-विवाद सत्र हुए, जिसके बाद पुरस्कार और समापन समारोह हुआ।

श्री ओम बिरला जी (माननीय लोकसभा अध्यक्ष), भारतीय संसद ने मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता की। श्री भूपेंद्र यादव जी, माननीय केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार, और श्री सावजी ढोलकिया जी, पद्म श्री पुरस्कार विजेता विशिष्ट अतिथि थे। 12 वर्षीय पर्यावरण योद्धा आर्या चावड़ा और मास्टर कौटिल्य पंडित, गूगल बॉय भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।

इस अवसर पर एडिशनल सेक्रेटरी श्री प्रसेनजीत सिंह; श्री गोपाल आर्य, राष्ट्रीय संयोजक, पीएसजी; श्री राकेश जैन, राष्ट्रीय सह संयोजक, पीएसजी; डॉ. प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (MREI); डॉ. अमित भल्ला, उपाध्यक्ष, MREI; डॉ. एन सी वाधवा, महानिदेशक, MREI; डॉ. संजय श्रीवास्तव, वीसी, एमआरआईआईआरएस; डॉ. आई.के. भट, कुलपति, मानव रचना यूनिवर्सिटी; डॉ. गुरजीत कौर चावला, डीन-डीएसडब्ल्यू, एमआरआईआईआरएस, और आयोजन सचिव, एनईवाईपी 2022; तथा कई संस्थानों के कुलपति और प्रमुख उपस्थित थे।

श्री ओम बिरला जी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, “जलवायु परिवर्तन ने पृथ्वी के पांच बुनियादी तत्वों को प्रभावित किया है”, तथा ग्रीनहाउस प्रभावों को कम करने और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने के लिए एक योजना तैयार करने पर जोर दिया। “वाद-विवाद के साथ, हमें योजनाओं को कैसे इम्प्लीमेंट किया जा सकता है, इस पर ध्यान देने की ज़रुरत है और सकारात्मक परिणाम लाने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है।” उन्होंने यह भी साझा किया, “मनुष्यों ने अपने कार्यों से पर्यावरण को प्रमुख रूप से प्रभावित किया है, इसलिए इसकी रक्षा करना भी हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने भारत जैसे लोकतंत्र में सकारात्मक और समाधान-उन्मुख सुझावों के महत्व पर भी जोर दिया।

श्री भूपेंद्र यादव जी ने अपने संबोधन की शुरुआत कार्बन उत्सर्जन के विवरण के साथ की और साझा किया, “पिछले कुछ वर्षों में नए ऊर्जा संसाधनों ने कार्बन उत्सर्जन में बहुत योगदान दिया है कि पिछले 200 वर्षों में हमने जो तापमान वृद्धि देखी है, वह आने वाले 80 साल में भी उतनी ही होगी”। उन्होंने बताया कि भारत 30 जून, 2022 से देश में 120 मिमी प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर देगा, और क्षेत्रीय भाषाओं में भी राष्ट्रीय पर्यावरण युवा संसद आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।

श्री सावजी ढोलकिया जी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “आपके पास प्रकृति को अपने अंदाज़ में वापस देने का अवसर है। हर बीज जिसे आप प्रकृति में मिलाते हैं, वह आपको भरपूर लाभ देता है।”

धरती को बचाने के संदेश के साथ, सुश्री आर्या चावड़ा ने बताया कि पर्यावरण में परिवर्तन से मनुष्य के अलावा अन्य प्रजातियां कैसे प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने राष्ट्र के युवाओं को संबोधित किया और उनसे एक ऐसा समुदाय बनाने का आग्रह किया जो हमारे भविष्य की रक्षा कर सके और पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन सुनिश्चित करने और पर्यावरण की रक्षा करने के लिए जिम्मेदारी की भावना विकसित कर सके।

गूगल बॉय, कौटिल्य पंडित ने राष्ट्र के लोगों से पर्यावरण से संबंधित सभी मुद्दों में सुधार लाने और भारत की पर्यावरण विरासत के संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम जो कुछ भी करते हैं, हमें बस यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हम पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं।”

डॉ. गुरजीत कौर चावला ने एनईवाईपी 2022 रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह हुआ।

वोट ऑफ़ थैंक्स में, डॉ. प्रशांत भल्ला ने बताया कि कैसे 2021 में राष्ट्रीय पर्यावरण युवा मंच के साथ यह युवा संसद यात्रा ऑनलाइन शुरू हुई और इसको संसद भवन में लाने का हमारा दृष्टिकोण अब वास्तविक हुआ है।

पुरस्कार विजेता

  1. नेशनल युथ आइकॉन – संकल्प सुमन, दिल्ली प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी
  2. बेस्ट स्पीकर- मुंजीद मरियम, शेर-ए-कश्मीर, कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कश्मीर
  3. बेस्ट जर्नलिस्ट- एसके जीशान अख्तर, श्री श्री विश्वविद्यालय, ओडिशा
  4. सर्वश्रेष्ठ कार्टूनिस्ट – भावेश कुमार छोकर, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज
  5. स्पेशल मेंशन ज्यूरी अवार्ड- वीरेंद्र सिंह चौहान, मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी, उदयपुर (सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री)
  6. स्पेशल मेंशन ज्यूरी अवार्ड- अन्वी शर्मा (सर्वश्रेष्ठ स्पीकर), महाराणा प्रताप यूनिवर्सिटी ऑफ एक्वाकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, उदयपुर
  7. स्पेशल मेंशन ज्यूरी अवार्ड- सिमरन चौहान (सर्वश्रेष्ठ विपक्षी नेता), हरियाणा केंद्रीय यूनिवर्सिटी
  8. स्पेशल मेंशन ज्यूरी अवार्ड- परीक्षित पारीक (सर्वश्रेष्ठ नेता – ट्रेजरी), चितकारा यूनिवर्सिटी
  9. स्पेशल मेंशन ज्यूरी अवार्ड- विवेक संजय सोनवणे (बेस्ट रिसर्च एंड कंटेंट), सावित्री बाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी
  10. स्पेशल मेंशन ज्यूरी अवार्ड- नेहा (सर्वश्रेष्ठ राजनेता), कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय
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