Fossil Found: चीन में मिला 16 करोड़ साल पुराना डायनासोर का सिर, इसका धड़ चिड़िया जैसा, जानें पूरी जानकारी

Dinosaurs

Image Credit: Pixabay

अगर इंसानों के वंशज बंदर हैं तो, आज के समय पक्षी डायनासोर के परिवार से हैं। वैज्ञानिकों के बीच इस दावे को लेकर आम सहमति है कि डायनासोर ही विकसित होकर पक्षी बने हैं। चायनीज एकेडमी ऑफ साइसेज के अनुसार जीवाश्म विज्ञानी अभी तक इनके विकास के क्रम को नहीं समझ सके हैं। अब लगभग 12 करोड़ साल पुराने एक जीवाश्म ने इस समझ को और भी मुश्किल बना दिया है। चीन में हाल ही में मिला एक जीवाश्म का शरीर पक्षी जैसा है और सिर डायनासोर की तरह है.

वैज्ञानिकों ने इस जीवाश्म को क्रेटोनविस झूई (Cratonavis zhui) नाम दिया है। नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन में इस महीने एक अध्ययन प्रकाशित किया गया, जिसमें कहा गया कि इस जीवाश्म का स्कैपुला (कंधे में हड्डी) आश्चर्यजनक रूप से लंबा है, जो बाकी पक्षियों से अलग है। यह उनसे भी अलग है जिनका जीवाश्म खोजा गया है। पक्षियों के इवोल्यूशनरी क्रम में क्रेटोनविस सरीसृप जैसे आक्रियोप्टेरिक्स और ऑर्निथोथोरेस के बीच में कहीं है। बाद वाले समूहों ने पहले ही उन विशेषताओं को अपने अंदर पैदा कर लिया जो आधुनिक पक्षियों में दिखाई देता है।

कंप्यूटर के जरिए हुई खोज

जीवाश्म का अध्ययन करने के लिए शोधकर्ताओं ने पहले हाई रिजॉल्यूशन सीटी स्कैनिंग का इस्तेमाल किया। जब इसका सीटी-स्कैन किया गया तब भी जीवाश्म पत्थर में ही था। बाद में उन्होंने कंप्यूटर पर हड्डियों को अलग किया और खोपड़ी के मूल आकार को फिर से बनाया। अध्ययन के सह प्रमुख लेखक ली झिहेंग ने कहा, ‘इस दौरान पाया गया कि इसकी खोपड़ी बाकी पक्षियों की तरह होने की जगह टी-रेक्स जैसे डायनासोर की तरह है। ये अपने जबड़े अलग-अलग नहीं हिला सकते थे’.

स्कैपुला के कारण घुमा सकते थे पंख

अध्ययन के सह प्रमुख लेखक वांग मिन के मुताबिक इनके स्कैपुला की अजीबोगरीब प्रकृति ने प्रजातियों को अपने पंखों को बेहतर ढंग से घुमाने की इजाजत दी। इसके अलावा अध्ययन में पाया गया कि डायनासोर से पक्षियों तक का विकास पहली मेटाटार्सल हड्डी के साथ हुआ.

इसे भी पढ़े: Winter Bath: क्या सर्दियों में रोजाना नहाना होता है नुकसानदेह? क्या है कहना साइंस और आयुर्वेद का,जानें पूरी जानकारी

Exit mobile version