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Space में दिखा 'Godzilla', साइंटिस्ट बता रहे हैं अंतरिक्ष की छिपकली

 

आप जो तस्वीर देख रहे हैं, क्या आपको अंतरिक्ष की गैस और धूल के अलावा और कुछ दिखाई दे रहा है? ये हरे बादल आपके दिमाग में क्या तस्वीर बना रहे हैं - मेंढक, मगरमच्छ, घोस्टबस्टर। लेकिन एक वैज्ञानिक है जिसने गॉडजिला को इन बादलों में देखा है।

कई बार लोग धरती पर बादलों में तरह-तरह की आकृतियां देखते हैं। इसे पेरिडोलिया कहते हैं। गॉडज़िला नेबुला अंतरिक्ष में छिपकली की तरह दिखता है। लेकिन असल में इस जगह पर कई अंतरिक्ष पिंड हैं, जिन्हें एक साथ देखने पर गॉडजिला जैसा आभास होता है।

NASA के स्पिट्जर स्पेस टेलिस्कोप (Spitzer Space Telescope) में काम करने वाले Caltech (California Institute of Technology) के एस्ट्रोनॉमर रॉबर्ट हर्ट ने बताया कि अंतरिक्ष की छिपकली खोज कर ली गई है। उन्होंने ही इस तस्वीर में गॉडजिला को खोजा और उसकी आकृति बनाई. रॉबर्ट हर्ट अंतरिक्ष में टेलिस्कोप से देखकर फोटो और पेंटिंग्स बनाने के लिए जाने जाते हैं, उनकी इस काम में दक्षता है।

Nasa के स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप में काम करने वाले कैलटेक (कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) के एस्ट्रोनॉमर रॉबर्ट हर्ट ने बताया कि मैंने अंतरिक्ष की छिपकली खोज ली है। उन्होंने इस तस्वीर में गॉडजिला की खोज की और अपनी आकृति बनाई। रॉबर्ट हर्ट अंतरिक्ष में दूरबीन से देख कर तस्वीरें और पेंटिंग बनाने के लिए जाने जाते हैं, इस काम में उनका हुनर।

हर्ट ने अपने बयान में कहा कि मैं दूरबीन से किसी शैतान या राक्षस की तलाश नहीं कर रहा था, मैंने अचानक उस क्षेत्र में दूरबीन से देखना शुरू कर दिया, मुझे कुछ रंगीन बादल, गैस और धूल दिखाई दे रही थी। मैंने टेलिस्कोप पर ज़ूम इन भी नहीं किया। कई बार आप किसी क्षेत्र का फोटो इस तरह से क्रॉप करते हैं कि आप वहां की आकृतियां देख सकें। सिर्फ आंखें और मुंह ही मेरी तरफ इशारा कर रहे थे, जिसके बाद मैंने बाकी का शरीर बनाया।

गॉडजिला नेबुला (Godzilla Nebula) को अब स्पिट्जर आर्टिस्ट्रोनॉमी वेब एप में शामिल किया गया है, यहां पर लोग अपनी सोच के अनुसार इस तस्वीर के ऊपर आकृतियां बना सकते हैं। स्पिट्जर स्पेस टेलिस्कोप जनवरी 2020 में रिटायर हो गया। लेकिन 17 साल काम करने के दौरान उसने वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष विज्ञानियों के लिए लाखों तस्वीरें छोड़ दी हैं, जिसपर रिसर्च चलता रहता है।

स्पिट्जर स्पेस टेलिस्कोप ब्रह्मांड की तस्वीर लेने के लिए इंफ्रारेड की मदद लेता था, ताकि तस्वीर स्पष्ट आए, क्योंकि इंसान की आंखें वो नहीं देख सकतीं, जो एक इंफ्रारेड कैमरा देख सकता है। इस कैमरे की मदद से ही देखने पर गॉडजिला नेबुला (Godzilla Nebula) नजर आया था, जिसके चारों तरफ गैस और धूल की गुबार थी।

नासा के मुताबिक तारे हमेशा नीले और हरे रंग का इंफ्रारेड तरंगों को छोड़ते हैं। हरा रंग धूल और ऑर्गेनिक हाइड्रोकार्बन मॉलिक्यूल्स को दर्शाता है। इनमें मौजूद लाल रंग वो धूल होते हैं जो किसी तारे, अंतरिक्षीय वस्तु के विस्फोट या सुपरनोवा का विस्फोट की वजह से गर्म हो जाते हैं।

गॉडजिला नेबुला (Godzilla Nebula) सैगिटैरियस नक्षत्र में मिला है। यहां पर तारे गॉडजिला की आंखें बना रहे हैं। नाक और आंखें हमारी आकाशगंगा में ही है। हालांकि धरती से इसकी दूरी नहीं मापी गई है। इसके पंजे W33 इलाके तक फैले हैं, जहां पर वैज्ञानिकों ने कोई शोध नहीं किया है।

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